नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए है। दरअसल राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के रीवा में एक सौर ऊर्जा परियोजना को एशिया की सबसे बड़ी परियोजना बताने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। हालांकि हर बार की तरह इस बार भी वह लोगों के निशाने पर आ गए। लोगों ने उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए जमकर क्लास लगा डाली।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के रीवा में 750 मेगावाट की सौर परियोजना का उद्धाटन किया। PMO ने इस उद्धाटन के बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि आज रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है। रीवा की पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है। अब इसमें एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट का नाम भी जुड़ गया है। इस ट्वीट में यह भी लिखा गया कि पीएम मोदी ने रीवा के अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट को देश को समर्पित किया है।
आज रीवा ने वाकई इतिहास रच दिया है।
रीवा की पहचान मां नर्मदा के नाम से और सफेद बाघ से रही है।
अब इसमें एशिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट का नाम भी जुड़ गया है: PM @narendramodi dedicating Rewa Ultra Mega Solar Power project to the Nation— PMO India (@PMOIndia) July 10, 2020
जिसपर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, ‘असत्याग्रही!’
असत्याग्रही! https://t.co/KL4aB5t149
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 11, 2020
वहीं राहुल गांधी के इस ट्वीट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनकी जमकर खिचाई कर डाली।
The curious case of Rahul Gandhi’s changing claims about the amount of loan given ?
Soon it can cross the amount of India’s GDP & even world GDP if he gets enough chances to speak about it. pic.twitter.com/5lWGq9pAYL
— KS (@KS16779951) July 11, 2020
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के रीवा में स्थापित एशिया की सबसे बड़ी सौर उर्जा परियोजना को दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्र को समर्पित किया। इस परियोजना में 250 मेगावाट क्षमता की तीन ईकाईयां है। यह सौर उर्जा परियोजना की क्षमता 750 मेगावाट है। इसमे तीन इकाईयां 250-250 मेगावाट की है।
इस परियोजना की 24 प्रतिशत बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जाएगी। यह एशिया की सबसे बड़ी सौर उर्जा परियोजना है। इस परियोजना का प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल लोकार्पण किया।