
नई दिल्ली। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मोदी विरोधी विपक्षी गठबंधन तैयार करने में जुटे हैं। बीते दिनों चंद्रशेखर राव ने खम्मम में एक रैली भी की थी। इसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान और केरल के सीएम पिनरई विजयन शामिल हुए थे। अन्य विपक्षी दलों के नेता इस रैली में नहीं गए थे। अब कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उसके बगैर विपक्ष की एकता का कोई मतलब नहीं है। यानी कांग्रेस ने चंद्रशेखर राव की कोशिशों पर एक तरह से पानी फेर दिया है।

कांग्रेस के महासचिव तारिक अनवर ने चंद्रशेखर राव की विपक्षी एकता की कोशिश पर बयान दिया है। तारिक अनवर ने कहा है कि कांग्रेस को साथ लिए बगैर बीजेपी के खिलाफ विपक्ष मजबूत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि खम्मम में दो-तीन मुख्यमंत्री आए। कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। कांग्रेस के बगैर मजबूत विपक्ष की कल्पना नहीं की जा सकती। तारिक अनवर ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि सभी विपक्षी दल एक साथ आएं। हम इसके लिए लगातार कोशिश करते रहते हैं। अगर कोई ऐसे हालात में अलग से गुट बनाने की कोशिश कर रहा है, तो मेरे विचार से ये विपक्ष को कमजोर करने जैसा है।
तारिक अनवर ने साफ कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। इसकी हर राज्य में मौजूदगी है। कुछ दल ऐसे भी हैं, जो विपक्ष में होने पर भी केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन देने की कोशिश करते रहते हैं। बता दें कि चंद्रशेखर राव और कांग्रेस के बीच रिश्ते हमेशा खराब रहे हैं। तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर चंद्रशेखर राव और तत्कालीन कांग्रेस सरकार के बीच काफी तनातनी रही थी। ऐसे में तारिक अनवर के बयान से साफ है कि कांग्रेस किसी भी सूरत में चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनना चाहती। कांग्रेस चाहती है कि सारे विपक्षी दल उसके नेतृत्व में मोदी विरोधी गठबंधन तैयार करें।