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कोरोना के एक लाख मामले- अमेरिका, इटली, फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों से बहुत बेहतर भारत का रिकॉर्ड

देश में पहला कोरोनावायरस मरीज मिलने के 109 दिन बाद, मामलों की संख्याअ एक लाख को पार कर गई है। पिछले करीब 12 दिनों में मामले दोगुने हो गए हैं।

नई दिल्ली। देश में पहला कोरोनावायरस मरीज मिलने के 109 दिन बाद, मामलों की संख्याअ एक लाख को पार कर गई है। पिछले करीब 12 दिनों में मामले दोगुने हो गए हैं। भारत में कोरोना के एक लाख मामलों की रफ्तार बेहद धीमी है। विश्व के दूसरे मुल्कों में जितने दिनों में कोरोना के मामले आसमान में छा गए, भारत में उतने दिनों में स्थिति उम्मीद से भी कहीं बेहतर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक 100 दिनों में एक लाख कोरोना के मामलों में भारत की रफ्तार दूसरे मुल्कों के मुकाबले कई गुना बेहतर है।

coronavirus in india
भारत में 64 दिनों में यहां आंकड़ा एक लाख तक पहुंचा है जबकि अमेरिका में सिर्फ 25 दिनों में यह आंकड़ा एक लाख पहुंच चुका था। इटली में सिर्फ 36 दिनों में कोरोना के एक लाख मामले हो चुके थे। वही यूनाइटेड किंगडम में महज 42 दिनों में एक लाख कोरोना के मरीज सामने आ चुके थे।इसकी वजह केंद्र सरकार की ओर से समय पर जारी किया गया अलर्ट, जरूरी प्रतिबंध और सावधानियां रहीं।

आंकड़े बताते हैं कि महज 100 दिनों के भीतर दूसरे देशों में कोरोना के मामले हद से पार हो गए। फ्रांस में 39 दिनों के भीतर यह मामले एक लाख को पार कर चुके थे जबकि जर्मनी में इस सीमा तक पहुंचने में केवल 35 दिन लगे। स्पेन में 30 दिनों में ही आंकड़ा एक लाख तक पहुंच गया। भारत के मुकाबले आधे से भी कम दिनों में इन देशों ने कोरोना की सीमाएं पार कर लीं।

62 दिन में 100 से एक लाख को पार कर गए कोरोना के मामले


भारत में कोरोना वायरस के शुरुआती 25 हजार मामले सामने आने में 86 दिन लगे। अगले 11 दिन में केसेज डबल होकर 50 हजार तक पहुंचे गए। फिर एक हफ्ते में ही केसेज की संख्याल 75 हजार पार हो गई। 75 हजार से एक लाख तक पहुंचने में भारत को सिर्फ 5 दिन लगे। 100 से एक लाख केसेज तक पहुंचने में 62 दिन का वक्त लगा। कोरोना केसेज के ग्रोथ रेट की बात करें तो भारत दुनिया में चौथा सबसे धीमा देश है। एक लाख केसेज पर भारत का ग्रोथ रेट 5.1 है जो कि दुनिया में नीचे ने चौथे पायदान पर है। हमसे कम ग्रोथ रेट तुर्की, फ्रांस और ईरान में है।

ये आंकड़े दे रहे राहत का संदेश

कोरोनो केसेज के आंकड़े जहां डरा रहे हैं, वहीं रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है। भारत का रिकवरी रेट 38.8% है। अब तक 39 हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। सोमवार रात तक 3,103 मौतों के साथ भारत का डेथ रेट भी बाकी दुनिया से बेहतर है। यहां का फैटलिटी रेट 3.1% है। भारत में हर 1 लाख आबादी पर कोरोना के 7.1 मरीज हैं जबकि दुनिया में यह आंकड़ा 60 पेशेंट्स का है। स्पेन में प्रति एक लाख आबादी पर 494 केस सामने आए जो कि सबसे ज्यादा है। अमेरिका में यह आंकड़ा 431 केस, इटली में 372 केस और यूनाइटेड किंगडम में 361 केस प्रति लाख आबादी है।