नई दिल्ली। इस समय पूरा देश कोरोनावायरस (Coronavirus) की जंग लड़ रहा है। ऐसे में देश में ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से आए कोरोना के नए वेरिएंट (Covid new strain) से संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए नियम बदल दिए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने इसके लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए है। नया स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) 23 फरवरी रात 11:59 से प्रभावी होगा।
यूके, साउथ अफ्रीका और ब्राजील जैसे देशों से आने वाले यात्रियों के साथ विशेष सतर्कता बरती जाएगी और एयरपोर्ट पर ही उनकी कोरोना जांच भी होगी। मंत्रालय ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। जिसके मुताबिक, ”यात्री ध्यान दें! SARS-CoV-2 के म्यूटेंट स्ट्रेन के आयात के जोखिम को कम करने के लिए भारत में आ रहे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए गाइडलाइन्स में बदलाव किया गया है, जोकि 2 अगस्त 2020 से लागू था। नया एसओपी 22 फरवरी रात 11:59 से प्रभावी होगा।”
Attention Passengers!
To reduce the risk of importation of mutant strains of SARS-CoV-2, SOP for International Passengers arriving in India have been updated in supersession of all guidelines on the subject since 2 Aug20. The new SOP will be in effect on 23:59 hrs on 22nd Feb,21 pic.twitter.com/YoGFkitP2t— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) February 17, 2021
संशोधित एसओपी में पार्ट A और पार्ट B है, पहला उन सभी विदेशी यात्रियों के लिए है जो भारत में यूके, यूरोप और मिडिल ईस्ट को छोड़कर दूसरे देशों से आ रहे हैं। पार्ट के नियम उन यात्रियों के लिए हैं जो या तो इन देशों से आ रहे हैं या इन देशों में रुकते हुए आ रहे हैं।
बता दें कि एसओपी के पार्ट A को चार भागों में बांटा गया है- यात्रा के लिए योजना, सवार होने से पहले, यात्रा के दौरान और आगमन। भारत के लिए यात्रा के लिए योजना बना रहे यात्रियों को घोषणा पत्र और निगेटिव कोविड-19 आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट जमा कराना होगा। उन्हें यह भी सहमति देनी होगी कि जरूरत पड़ने पर वे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन रहेंगे। यदि कोई परिवार में किसी की मृत्यु की वजह से आ रहे हैं तो उन्हें RT-PCR रिपोर्ट देने की जरूरत नहीं होगी।
भारत सरकार द्वारा गाइडलाइन के मुताबिक, भारत आने पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जाएंगे उन्हें तुरंत आइसोलेट किया जाएगा। यूके, ब्राजील और साउथ अफ्रीका से आने वाले यात्रियों या वहां से कनेक्टिंग फ्लाइट लने वालों को एयरपोर्ट पर अपना सैंपल देना होगा, जब उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी तो ही वो बाहर निकल पाएंगे। इस प्रक्रिया में 6 से 8 घंटे का समय लग सकता है।