
नई दिल्ली। सुरक्षा एजेंसियों को सहारनपुर से देवबंद से बड़ी सफलता हाथ लगी है। बता दें, एटीएस की टीम ने यहां पर फर्जी कागजात की मदद से 2015 से रह रहे एक छात्र को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है बांग्लादेश का मूल निवासी छात्र फर्जी कागजात की मदद से दारुल उलूम में प्रवेश लेने में सफल रहा था। एटीएस द्वारा देवबंद के दारुल उलूम से गिरफ्तार किया गया ये छात्र पाकिस्तान में ट्रेनिंग कर चुका है। तड़के गिरफ्त में आए इस छात्र से अब पूछताछ की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, छात्र फर्जी दस्तावेज की सहायता से यहां लगातार पढ़ाई कर रहा था। एटीएस की टीम को छात्र के संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की भनक लगी थी जिसके बाद उन्होंने जांच शुरू की। गिरफ्तार किए गए छात्र के पास से मिले फर्जी दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। बताया जा रहा है छात्र यहां पर साल 2015 से रह रहा था। इसकी गतिविधियां बीते दो-तीन वर्ष से कुछ संदिग्ध थीं।
आपको बता दें, ये पूरा मामला सहारनपुर के देवबंद स्थित मशहूर मदरसे का है। बताया जा रहा है कि देर रात को यूपी एटीएस टीम को एक संदिग्ध बांग्लादेशी युवक की सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर टीम ने देर रात को कार्रवाई की जिसमें उनके हत्थे एक युवक चढ़ा। गिरफ्तार किए गए युवक से पूछताछ की गई। युवक का नाम तलहा तारुलकदार बिन फारुख निवासी बांग्लादेश बताया जा रहा है। ये छात्र फर्जी दस्तावेजों की सहायता से काफी समय से देवबंद के मशहूर मदरसे में पढ़ाई कर रहा था।