जम्मू। माता वैष्णो देवी दरबार के रास्ते में बीती रात मची भगदड़ में 12 श्रद्धालुओं का निधन हो गया है। इनमें से अब तक 8 की पहचान हुई है। 4 अन्य मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। मृतकों में नौशेरा, राजौरी के 26 साल के धीरज कुमार, यूपी के गाजियाबाद की 35 साल की श्वेता सिंह, बदरपुर दिल्ली के 24 वर्षीय विनय कुमार, बदरपुर दिल्ली के ही 24 साल के सोनू पांडेय, हरियाणा के झज्जर की 38 साल की ममता, यूपी के सहारनपुर के सालारपुर निवासी 35 वर्षीय धर्मवीर सिंह, सहारनपुर यूपी के 38 साल के विनीत कुमार और यूपी के गोरखपुर निवासी 30 साल के डॉ. अरुण प्रताप सिंह हैं। घायलों का इलाज नारायणा अस्पताल में किया जा रहा है। घायलों में से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
माता वैष्णो देवी धाम में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे से मन अत्यंत व्यथित है।
माँ आदिशक्ति हादसे में दिवंगत हुए लोगों की आत्माओं को शांति व दुर्घटना में घायल हुए लोगों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की कृपा करें।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 1, 2022
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख जताया है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों के लिए 50-50 हजार के मुआवजे की घोषणा की है। वैष्णो देवी में भगदड़ के बाद यात्रा रोकी गई थी। अब यात्रा फिर शुरू कर दी गई है। केंद्र शासित प्रदेश के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने घायलों को बेहतरीन इलाज देने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। पुलिस के मुताबिक घटना की जांच अभी की जा रही है।
माता वैष्णो देवी मंदिर में हुई दुखद दुर्घटना से हृदय अत्यंत व्यथित है। इस संबंध में मैंने J&K के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात की है। प्रशासन घायलों को उपचार पहुँचाने के लिए निरंतर कार्यरत है। इस हादसे में जान गँवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) January 1, 2022
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इससे पहले बताया था कि रात करीब पौने 3 बजे ये हादसा हुआ। उन्होंने बताया था कि श्रद्धालुओं के बीच बहस के बाद रास्ते में भगदड़ मच गई थी। रास्ता पहाड़ से होकर जाता है। इस वजह से वहां तक गाड़ियां नहीं पहुंच सकतीं। इस वजह से राहत दल को स्ट्रेचर लेकर घटनास्थल तक पहुंचना पड़ा। इस वजह से घायलों को नीचे लाने और अस्पताल ले जाने में कुछ देर हुई।