
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना से हुई मौतों की संख्या कम बताने को लेकर उठे विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। दिल्ली सरकार पर कोरोना से हुई मौतों की संख्या छुपाने का गंभीर आरोप लगा था। अब दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस सिलसिले में तीन नोडल अफसरों की तैनाती की है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार और प्राइवेट अस्पतालों से कोरोना संबंधित डेटा लेने के लिए तीन IAS अफसरों को बतौर नोडल अफ़सर तैनात किया है। इस अधिकारियों के पास कोरोना से हुई मौतों के सही आंकड़े सामने लाने और अस्पतालों के बीच उचित समन्यवन करने की जिम्मेदारी है।
दिल्ली के उपराज्यपाल ने रवि धवन को एम्स, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफ़दरजंग अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का जिम्मा सौंपा है। इसके साथ ही वे कोरोना संबंधित उचित डेटा, इसके प्रभावी प्रबंधन और रोकथाम के लिए समन्वय करेंगे। दूसरे अधिकारी उदित प्रकाश राय को प्राइवेट अस्पतालों के साथ कोरोना संबंधित उचित डेटा, इसके प्रभावी प्रबंधन और रोकथाम के लिए समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दिल्ली के एलजी की ओर से एस एम अली को दिल्ली सरकार के अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल का नोडल अफसर नियुक्त किया गया है। दरअसल मौत के आंकड़े छिपाने के आरोपों के सिलसिले में अस्पतालों पर भी आरोप हैं। अस्पतालों पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना और कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत की रिपोर्ट डेथ ऑडिट कमिटी को देर से भेजी जिसके चलते दिल्ली के हेल्थ बुलेटिन में मौत कम दिखाई दी।