
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल के लिए एक के बाद एक मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सरकार के दौर में चलाई गई जय भीम प्रतिभा विकास योजना में भ्रष्टाचार की जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया है कि एलजी वीके सक्सेना अरविंद केजरीवाल की सरकार रहने के दौरान शुरू हुई जय भीम योजना की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो यानी एसीबी को सौंपी है। अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पहले ही कई मामलों में घिरे हुए हैं।

अरविंद केजरीवाल की सरकार के दौरान दिल्ली में जय भीम प्रतिभा विकास योजना चलाई गई थी। जय भीम प्रतिभा विकास योजना के तहत एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों को सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती रही। इसके लिए निजी कोचिंग संस्थानों की सेवा अरविंद केजरीवाल सरकार ने ली थी। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने इससे पहले एक्स पर पोस्ट किया था कि साल 2020-2021 में आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से चलाई गई जय भीम प्रतिभा विकास योजना में गंभीर वित्तीय अनियमितता हुई है। सीएम रेखा गुप्ता का आरोप है कि जय भीम योजना के लिए 15 करोड़ का बजट रखा गया था, लेकिन 142 करोड़ से ज्यादा के फर्जी बिल तैयार किए गए।
अरविंद केजरीवाल इससे पहले कथित शराब घोटाला में जेल जा चुके हैं। उनके डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह भी शराब घोटाला मामले में जेल गए थे। वहीं, मंत्री रहे सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लंबे समय जेल में रहे। बीते दिनों ही एसीबी ने क्लासरूम घोटाला की जांच के सिलसिले में मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन से पूछताछ की है। वहीं, दिल्ली वक्फ बोर्ड घोटाला मामले में केजरीवाल के एक और करीबी और मौजूदा विधायक अमानतुल्लाह खान फंसे हैं। अब जय भीम योजना में भी घोटाला की जांच शुरू होने जा रही है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी मंत्री रहे लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो सकती है।