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Delhi Pollution: दिल्ली और आसपास अब भी भयानक प्रदूषण, राजधानी में एक्यूआई 500 के पार होने से दमघोंटू हवा, पंजाब में लगातार जल रही पराली

प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए जिस बारिश का इंतजार हो रहा है, वो भी फिलहाल होने की संभावना नहीं है। हालांकि, एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, लेकिन इसका असर अब तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में नहीं देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि दिल्ली में प्रदूषण अभी 15 नवंबर तक लोगों को परेशान करता रहेगा।

नई दिल्ली। दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण खत्म होता नहीं दिख रहा। दिल्ली में आज भी सुबह प्रदूषण का स्तर यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआई 504 आंका गया है। दिल्ली और आसपास इस प्रदूषण की वजह से धुंध छाई हुई है। दिल्ली सरकार ने GRAP ग्रैप 3 लागू किया है। बीएस-2 के पेट्रोल और बीएस-4 के डीजल वाहन दिल्ली में चलने पर भी रोक है, लेकिन प्रदूषण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। जबरदस्त प्रदूषण के कारण दिल्ली में लोगों की हालत खराब है। खुद दिल्ली सरकार ने लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए सलाह दी है और सांस व दिल के मरीजों को बाहर न निकलने के लिए कहा है। दिल्ली और आसपास प्रदूषण के कारण जो नियम कायदे लागू हुए हैं, उनमें राष्ट्रहित के मामले छोड़ सभी निर्माण और तोड़फोड़ पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। डीजल जेनरेटर भी चलाना बैन किया गया है। देखिए प्रदूषण से दिल्ली का क्या हाल है।

उधर, दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की मुख्य वजह पराली बनी हुई है। पंजाब में जमकर पराली जल रही है। पंजाब सरकार ने किसानों से पराली न जलाने का आग्रह किया था, लेकिन अगली फसल बोने के लिए किसान अब भी पंजाब में पराली जला रहे हैं। इस साल पंजाब में बड़ी तादाद में पराली जलाने की घटनाएं हुई हैं। पराली जलाने से उठ रहा धुआं पश्चिम की तरफ से आती हवाओं की वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में पहुंच रहा है और प्रदूषण का कारक बना हुआ है। दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए शुक्रवार को अहम बैठक भी की थी, लेकिन इसमें कोई ठोस रणनीति न बनने की बात कही जा रही है। इस वजह से दिल्ली के लोगों को अभी कुछ और दिन तक प्रदूषण का सामना करना पड़ सकता है।

प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए जिस बारिश का इंतजार हो रहा है, वो भी फिलहाल होने की संभावना नहीं है। हालांकि, एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, लेकिन इसका असर अब तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में नहीं देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि दिल्ली में प्रदूषण अभी 15 नवंबर तक इसी तरह लोगों को परेशान करता रहेगा। पराली जलाने की घटनाएं बंद होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर में प्रदूषण से लोगों को निजात मिलने की उम्मीद है। हर साल दिल्ली और आसपास नवंबर के महीने में भीषण प्रदूषण होता है, लेकिन इसे पूरी तरह रोकने के सटीक उपाय अब तक तलाशे नहीं जा सके हैं। उपायों के नाम पर ग्रैप के नियम लागू करना और दिवाली पर पटाखे न चलाने का आदेश जारी करने का ही रास्ता अपनाया जाता है। अभी दिवाली में 8 दिन बाकी हैं। पटाखे भी नहीं चल रहे। इसके बाद भी दिल्ली में लोग लगातार प्रदूषण से हलकान हैं।