
बेंगलुरु। महाशिवरात्रि पर आध्यात्मिक संत सद्गुरु के कार्यक्रम में शामिल होने के कारण कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पर कांग्रेस के भीतर से ही सवाल उठ रहे हैं। इस विवाद पर अब डीके शिवकुमार का बयान आया है। डीके शिवकुमार ने साफ कहा है कि वो हिंदू के तौर पर जन्मे हैं और हिंदू के रूप में ही मरेंगे। डीके शिवकुमार ने ये भी कहा कि सद्गुरु कर्नाटक से हैं और कावेरी जल मुद्दे पर राज्य के लिए लड़ रहे हैं। कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने कहा कि सद्गुरु ने निजी तौर पर न्योता दिया था। वो महान काम कर रहे हैं। डीके शिवकुमार ने ये भी कहा कि अलग-अलग पार्टियों के नेता सद्गुरु के कार्यक्रम में थे। इसलिए मैं व्यक्तिगत आस्था के कारण वहां गया था। उन्होंने और क्या कहा ये भी सुनिए।
#WATCH | Bengaluru: On his visit to Sadhguru Jaggi Vasudev’s Isha Yoga Center in Coimbatore on Mahashivratri, Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, “Sadhguru is from Karnataka. He has been fighting for the cause of Cauvery water. He came and invited me personally. He has a huge… pic.twitter.com/DLAi2Yl79P
— ANI (@ANI) March 2, 2025
डीके शिवकुमार के सद्गुरु के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पर कर्नाटक कांग्रेस के नेता इस वजह से सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि उसमें केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह भी शामिल हुए थे। इस बारे में डीके शिवकुमार के भाई और कांग्रेस के पूर्व सांसद डीके सुरेश ने कहा कि मेरे भाई ने हमेशा ही कांग्रेस को सूचित कर ऐसे कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। सुरेश ने कहा कि डीके शिवकुमार जब भी पीएम मोदी से मिले, तो पार्टी हाईकमान को इसकी पहले से ही सूचना दी। डीके सुरेश के मुताबिक शिवकुमार ने सद्गुरु के कार्यक्रम में जाने की सूचना भी कांग्रेस आलाकमान को दी थी।
इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि डीके शिवकुमार के अमित शाह के साथ मंच साझा करने से कर्नाटक कांग्रेस के नेता नाराज हैं। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री केएन राजन्ना ने तो ये सवाल भी उठाया कि जो लोग राहुल गांधी की आलोचना करते हैं, उनके साथ डीके शिवकुमार ने मंच क्यों साझा किया। केएन राजन्ना ने मीडिया से कहा था कि सद्गुरु ने खुद कहा कि वो राहुल गांधी को नहीं जानते। राजन्ना ने ये भी कहा कि डीके शिवकुमार बेहतर जानते हैं कि लोकसभा में हमारे नेता राहुल गांधी के बारे में क्या-क्या कहा जाता है। अब शिवकुमार को ही जवाब देना चाहिए कि ऐसे लोगों के साथ मंच साझा करना कितना ठीक है।