नई दिल्ली। एक तरफ दिल्ली-एनसीआर में कोरोनावायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसकी सबसे बड़ी वजह बढ़ती सर्दी के बीच तेजी से गिरता तापमान और प्रदूषण का खतरनाक स्तर पर पहुंच जाना है। ऐसे में कोरोना के कहर से राष्ट्रीय राजधानी को बाहर निकालने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री ने आज एक बार फिर कमान संभाल ली है। ऐसे में कोरोना के बढ़ते प्रसार को लेकर जानकारों का मानना है कि दिल्ली में गिरता तापमान और प्रदूषण के खतरनाक स्तर की वजह से एनसीआर के क्षेत्र में इस वायरस की तीसरी लहर इतने खतरनाक तरीके से अपना प्रभाव दिखा रही है। ऐसे में रविवार की शाम एनसीआर के क्षेत्र में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। जिसकी वजह से प्रदूषणा का स्तर थोड़ा कम हो गया है। ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि भले तापमान थोड़ा नीचे चला गया है लेकिन इससे कोरोना के तेज प्रसार से थोड़ा राहत मिल सकती है।
दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से जहां एक ओर लोगों को प्रदूषण से राहत मिली है। वहीं एनसीआर के तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है। इससे पहले दिवाली पर पटाखे पर बैन के आदेश के बाद भी राष्ट्रीय राजधानी में आतिशबाजी में कोई खास कमी नजर नहीं आई थी जिसकी वजह से आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर स्थिति में पहुंच गया था। इससे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया था कि रविवार शाम को दिल्ली एनसीआर में बारिश की संभावना है, जिससे प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना है।
டெல்லியில் சில பகுதிகளில் மழை#Delhi #Rain pic.twitter.com/TAKLwiDqoY
— Jaya Plus (@jayapluschannel) November 15, 2020
अब रविवार शाम को तेज हवाओं के साथ दिल्ली-एनसीआर में हुई बारिश की वजह से आसमान साफ हो गया है। अब बताया जा रहा है की इस बारिश की वजह से राजधानी और आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी।
वहीं आपको बता दें कि दिल्ली की हवा को साफ करने और प्रदूषण को कम करने के लिए राजधानी के विभिन्न इलाकों में नगर निगम की गाड़ियों से पानी का छिड़काव जारी था। ये गाड़ियां प्रदूषण की अधिकता वाले इलाकों के साथ ही भीड़ भरे बाजारों में भी पानी का छिड़काव कर रही थीं। वहीं आपको बता दें कि एनसीआर के भी कई भी हिस्सों में तेज बारिश हुई है। सोनीपत में तो बरसात के साथ ओले भी गिरे। तेज हवाओं के साथ हुई बरसात के साथ क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई है।