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Presidential Election: वोटिंग के दौरान विपक्षी खेमे में लगी सेंध, कांग्रेस, एनसीपी और सपा विधायक ने द्रौपदी मुर्मू को दिया वोट

Presidential Election: क्रॉस वोटिंग के कहर का शिकार महज समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि कई अन्य विधायकों को भी होना पड़ रहा है। ध्यान रहे कि एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों ने भी द्रौपदी मूर्मु के समर्थन में वोट किया है। दरअसल, गुजरात में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक कंधाल एस जडेजा ने दावा किया है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया है।

नई दिल्ली। जरा ध्यान दीजिएगा…समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन करने का ऐलान किया था, तो जाहिर है कि अब वे द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में तो वोट नहीं करेंगे। वोट देंगे तो यशवंत सिन्हा को ही देंगे। लेकिन पता नहीं क्यों उन्हें इस बात का डर था कि उनकी पार्टी के विधायक द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट दे सकते हैं। लिहाजा, इसी डर को ध्यान में रखते हुए उन्होंने व्हिप जारी कर अपनी पार्टी के सभी विधायकों को साफ कर दिया था कि अगर किसी ने भी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डालने की कोशिश की, तो अंजाम बुरा होगा। इसके लिए अखिलेश ने बाकायदा पार्टी सचेतक को ऐसे सभी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दे दिए थे, जो क्रॉस वोटिंग करते हुए पकड़े जाएं, लेकिन आप जरा देखिए कि कैसे उन्हीं की पार्टी के विधायकों ने उनके फरमानों की धज्जियां उड़ाई है। जी हां….खबर है कि समाजवादी पार्टी के विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी पार्टी प्रमुख के फरमानों की नाफरमानी करते हुए द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट दिया है। अब आपको उस सपा विधायकों के बारे में तफसील से बताएंगे। लेकिन, अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि इस पूरे मसले पर आगामी दिनों में अखिलेश यादव की तरफ से क्या कुछ कार्रवाई की जाती है।

21 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आएंगे

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के विधायक शहजिल इस्लाम ने क्रॉस वोटिंग की है। शहजिल अभी बरेली के भोजपुरा से विधायक हैं। अब ऐसे में समाजवादी पार्टी प्रमुख की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं, बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव के चाचा व प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने भी अखिलेश यादव के फरमानों को धता बताते हुए क्रॉस वोटिंग की है। राष्ट्रपति चुनाव में उनके द्रौपदी मूर्मु के समर्थन में वोट डालने की खबर सामने आई है। अभी तक इस पर कोई भी अधिकृत टिप्पणी कर पाना उचित नहीं है। हालांकि, शिवपाल की तरफ से पहले ही कहा जा चुका था कि वे राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने मुलायम सिंह यादव के बारे में कहा था कि वे आईएसआई के एजेंट हैं। उधर, शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की अपील करने की घोषणा की थी।

कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव के जरिए देना चाहती है विपक्षी एकता का संदेश

जरा ध्यान दीजिएगा…..क्रॉस वोटिंग के कहर का शिकार महज समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि कई अन्य दलों को भी होना पड़ रहा है। ध्यान रहे कि एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों ने भी द्रौपदी मूर्मु के समर्थन में वोट किया है। दरअसल, गुजरात में शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक कंधाल एस जडेजा ने दावा किया है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया है। इसके साथ ही ओडिशा से कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने दावा किया है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार मुर्मू को वोट किया है। बताया जा रहा है कि मुकीम पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाने के चलते पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। गौरतलब है कि आज देश में 15वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिमसें 4800 विधायक और सांसद वोट करेंगे। विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं सत्तारूढ़ दल की ओर से द्रौपदी मूर्मु को चुनावी मैदान में उतारा गया है। अब ऐसे में देखना होगा कि देश का अगला महामहिम कौन होता है।