
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियायी घमासान गुरुवार को भी जारी है। शिवसेना नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। गुवाहाटी से एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के और विधायक उनके साथ है उन्होंने ये भी दावा किया है कि करीब 40 से ज्यादा विधायक उनके साथ मौजूद है। आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे ने अपनी सरकार बचाने के लिए बीते दिन कई हथकड़े अपनाए। शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस तीनों पार्टियों ने लगातार बैठकें की। इनता ही नहीं, बल्कि एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए उद्धव ठाकरे ने उन्हें सीएम पद तक का ऑफर दे दिया। लेकिन उद्धव ठाकरे के इस ऑफर को एकनाथ ने ठुकरा दिया। उधर, बीती रात को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सीएम आवास छोड़कर मातोश्री (अपने घर) पहुंच गए थे।
वहीं महाराष्ट्र में सियासी ड्रामे के बीच एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के इमोशनल भाषण पर ट्विटर के जरिए पलटवार किया है। उन्होंने अपने खत में उद्धव सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई है। इसके साथ ही इस चिट्ठी में बागी विधायकों की नाराजगी की बात भी सामने आई हैं। बता दें कि बुधवार को सीएम उद्धव ठाकरे राज्य की जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर विधायक सामने आकर इस्तीफा मांगने के लिए बोलते तो, मैं सीएम पद छोड़ने के लिए तैयार हो जाता। उन्होंने इशारों ही इशारों में बागी विधायकों को निशाने पर लिया।
यहां पढ़िए एकनाथ शिंदे ने अपने खत में क्या लिखा-
इस चिट्ठी में एकनाथ शिंदे ने बागी विधायकों की नाराजगी को लेकर सीएम ठाकरे पर हमला बोलते हुए कई आरोप लगाए। उन्होंने इस खत में पार्टी के कुछ विधायकों को छोड़कर बाकी का अपमान करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा चिट्ठी में अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिलने वाली विधायक निधि का भी जिक्र कर महाअघाड़ी सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
ही आहे आमदारांची भावना… pic.twitter.com/U6FxBzp1QG
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 23, 2022
इसके अलावा चिट्ठी में उन्होंने अयोध्या दौरे का जिक्र भी किया है। जिसमें लिखा है कि जब हाल ही में आदित्य ठाकरे अयोध्या दौरे पर गए थे उस वक्त हम भी रामलल्ला के दर्शन करना चाहते थे लेकिन हमें नहीं जाने दिया गया। इस चिट्ठी में बागी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की बातों का सिरे से नकारा है।