फरुर्खाबाद। उत्तर प्रदेश के फरुर्खाबाद जिले के मोहम्मदाबाद इलाके में करथिया गांव में एक सिरफिरे ने जन्मदिन के बहाने 23 मासूमों को 11 घंटे तक खौफ में कैद रखा। हालांकि, करीब 8 घंटे चले ऑपरेशन के बाद यूपी पुलिस 23 बच्चों की जिंदगी बचाने में कामयाब रही। गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे से शुरू हुआ ये खौफनाक खेल रात करीब डेढ़ बजे सिरफिरे सुभाष बाथम की मौत के साथ खत्म हुआ।
बच्चों को बाहर निकालने के लिए यूपी पुलिस ने इसे ‘ऑपरेशन मासूम’ का नाम दिया था। इस ऑपरेशन के सफल होने के बाद डीजीपी ओपी सिंह और प्रमुख सचिव गृह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि सुभाष बाथम नाम के आरोपी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है। एटीएस और एनएसजी की टीम के आने से पहले जब आरोपी ने जब धमकियां देनी शुरू की तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
UP DGP OP Singh: The operation ran for around 8 hours. We tried to engage him constructively through talks but we got information that he had firing capability and there was possibility that he had explosives in his possession. He was threatening to carry out a blast. https://t.co/QMcp8pD9k0 pic.twitter.com/Nit6XlJgl2
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2020
इस दौरान आरोपी की तरफ से फायरिंग की गई। जवाब में पुलिस की तरफ से फायरिंग में आरोपी मारा गया। कुल 23 बच्चे बचाये गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रात 8 बजे से लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। सीएम ने पुलिस टीम को 10 लाख रुपये के पुरस्कार की घोषणा का ऐलान किया है।
सुभाष बाथम ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के बहाने बच्चों को अपने घर बुलाया था
सुभाष बाथम ने मोहल्ले के बच्चों से कहा कि उसकी बेटी का जन्मदिन है, इस तरह उसने 20 से ज्यादा बच्चों को बुला लिया और इसके बाद दरवाजे बंद कर दिए। बाद में कुछ बच्चों के रोने की आवाज आई तो पड़ोस के लोग वहां पहुंचे। इसके बाद पड़ोसियों ने बच्चों को छोड़ने को कहा तो सुभाष बाथम ने कहा कि पहले विधायक नागेंद्र सिंह राठौर को बुलाओ, उसके बाद बच्चों को छोड़ा जाएगा।