newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bihar Political Turmoil: ‘नीयत में खोट…!’, नीतीश ने परिवारवाद पर बोला हमला, तो लालू की बेटी को लगी मिर्ची, कह दी ऐसी बात

Bihar Political Turmoil: माना जा रहा है कि उन्होंने अपने इस ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है, लेकिन आपको बता दें कि उन्होंने अपने ट्वीट में कहीं पर भी नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया। आइए, आगे आपको बताते हैं कि रोहिणी आचार्य ने अपने ट्वीट में क्या कुछ कहा है ?

नई दिल्ली। नीतीश कुमार की एनडीए से बढ़ती नजदीकियों के बीच लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के ट्वीट ने बिहार की राजनीति का पारा चढ़ा दिया है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने इस ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है, लेकिन आपको बता दें कि उन्होंने अपने ट्वीट में कहीं पर भी नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया। आइए, आगे आपको बताते हैं कि रोहिणी आचार्य ने अपने ट्वीट में क्या कुछ कहा है ?

क्या बोली रोहिणी आचार्य ?

आपको बता दें कि रोहिणी आचार्य ने अपने ट्वीट में कहा कि ,’ समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है..। वहीं, उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि, ‘खीज जताए क्या होगा जब हुआ न कोई अपना योग्य। विधि का विधान कौन टाले। जब खुद की नीयत में ही हो खोट।


इसके अलावा उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में कहा कि, ‘अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां। लेकिन, किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां..। ध्यान दें, रोहिणी आचार्य ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया है, जब लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार के बीच खटपट की खबरें सुनने को मिल रही हैं। हालांकि, बीते दिनों तेजस्वी यादव ने इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया था। सनद रहे कि बीते दिनों नीतीश कुमार मकर संक्रांति के मौके पर लालू प्रसाद यादव के घर पहुंचे थे, तो उनके माथे पर दही का तिलक नहीं लगा था। जिसके बाद यह कहा जाने लगा कि नीतीश और लालू के बीच रिश्तों में खटास है।


यही नहीं, इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जब यह सवाल किया गया था कि क्या वो नीतीश कुमार को एनडीए में शामिल करने के बारे में कभी सोचेंगे ? , तो इस पर उन्होंने कहा था कि अगर उनकी तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव आता है, तो हम इस पर जरूर विचार करेंगे। ध्यान दें, इससे पहले रामनवमी के मौके पर भड़की हिंसा के बीच बिहार के सासाराम पहुंचे अमित शाह ने नीतीश द्वारा आरजेडी का दामन थामने के बाद कहा था कि अब नीतीश के लिए एनडीए के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं, लेकिन वो कहते हैं ना कि राजनीति में कभी-भी कुछ-भी हो सकता है। वहीं, अब जिस तरह से अमित शाह ने नीतीश को लेकर अपना रुख नरम किया है, उसके बाद से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

amit shah 123

वहीं, केंद्र सरकार द्वारा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के ऐलान के बाद जिस तरह से नीतीश कुमार ने पीएम मोदी की खुलकर तारीफ की है, उसके बाद से यह कयास तेज हो गए हैं कि वो आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कोई धमाकेदार कदम उठा सकते हैं। बता दें कि नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न का पुरस्कार दिए जाने के ऐलान के बाद अपने संबोधन में कहा कि हम केंद्र सरकार के इस कदम की प्रशंसा करते हैं। पिछले कई वर्षों से हम यह मांग कर रहे थे कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए, लेकिन अफसोस आज तक किसी भी सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया था, लेकिन अब जिस तरह से केंद्र की मोदी सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया है,  उसके प्रति हम अपना आभार प्रकट करते हैं। इस दौरान नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर भी बोला था, जिसके बाद बिहार की राजनीति में यह चर्चा तेज हो गई कि अब एनडीए के प्रति उनकी नरमी बढ़ रही है। हालांकि, परिवारवाद पर हमला बोलने के दौरान उन्होंने किसी विशेष नेता या पार्टी का नाम नहीं लिया। बहरहाल, अब आगामी दिनों में बिहार की राजनीति में इन सभी गतिविधियों का क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।