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Union Budget 2023: आज संसद में वित्त मंत्री पेश करेंगी देश का आम बजट, जानिए किन क्षेत्रों में दे सकती हैं राहत और कहां दे सकती हैं झटका

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज देश का आम बजट पेश करेंगी। वो अपना लगातार 5वां बजट पेश करने जा रही हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में मौजूदा मोदी सरकार के कार्यकाल का ये आखिरी पूरा बजट होगा। इस बार बजट खास इसलिए है, क्योंकि 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज देश का आम बजट पेश करेंगी। वो अपना लगातार 5वां बजट पेश करने जा रही हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में मौजूदा मोदी सरकार के कार्यकाल का ये आखिरी पूरा बजट होगा। इस बार बजट खास इसलिए है, क्योंकि 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जाहिर तौर पर इसमें लोकलुभावन घोषणाएं हो सकती हैं। हालांकि, कहा ये जा रहा है कि वित्त मंत्री सीतारमण इस बार बजट में सब्सिडी पर खूब कैंची चला सकती हैं। सब्सिडी की बात करें, तो ये अभी खाद पर मुख्य रूप से लागू है। इसके अलावा रसोई गैस पर भी कुछ सब्सिडी अभी दी जाती है। माना जा रहा है कि किसानों का ख्याल रखते हुए खाद पर सब्सिडी तो नहीं घटेगी, लेकिन अन्य चीजों पर जो सब्सिडी दी जा रही है, उसमें कटौती हो सकती है।

Income Tax

चुनाव होने हैं, तो निर्मला सीतारमण के ध्यान में वोटर भी रहने की उम्मीद है। वोटरों में से एक बड़ा वर्ग नौकरीपेशा होता है। नौकरीपेशा के लिए कोरोना का वक्त काफी दुश्वारियों भरा रहा है। माना जा रहा है कि नौकरीपेशा वर्ग के लिए वित्त मंत्री इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव कर सकती हैं। इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन और धारा 80सी के तहत बचत की सीमा को 1.5 लाख से बढ़ाकर 2 लाख तक ले जा सकती हैं। हालांकि, इसमें से कितना वो करने वाली हैं, ये सुबह 11 बजे उनके बजट भाषण से ही पता चलेगा।

इस बार के बजट में भी गरीबों के लिए अन्न योजना, किसानों की आय में बढ़ोतरी, स्टार्टअप्स को पुशअप के लिए प्रावधान, पीएलआई स्कीम जैसे उद्योग जगत के लिए तमाम योजनाओं का खाका भी दिख सकता है। सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए भी बजट में बड़ा प्रावधान कर सकती है। पिछड़े, दलितों और महिलाओं के लिए भी बजट में कई प्रावधान किए जाने की उम्मीद सभी को है। कुल मिलाकर माना ये जा रहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ऐसा बजट दे सकती हैं, जो एक तरफ राहत दे तो सरकार के खजाने में योजनाओं के लिए धन भी जुटाए।