
नई दिल्ली। हर महीने होने वाले चुनाव के झंझट से देश को बाहर निकालने के मकसद से बीते दिनों केंद्र सरकार ने एक देश एक चुनाव का बिल लाने का संकेत दिया। इस संदर्भ में राष्ट्रपति की अध्यक्षता में समिति भी गठित की गई जिसमें अमित शाह, गुलाम नबी आजाद, हरीश साल्वे, संजय कोठारी, एनके सिंह को भी शामिल किया गया था। वहीं इस समिति में लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम भी शामिल था, लेकिन बाद उन्होंने अमित शाह को पत्र लिखकर अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मुझे समिति में शामिल होने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे इस बात का डर है कि कहीं सरकार इसके जरिए लोकतांत्रिक प्रणाली पर कुठाराघात ना करें। लिहाजा मैं अपना नाम वापस ले रहा हूं।
First meeting of the ‘One Nation, One Election’ committee under the chairmanship of former President Ram Nath Kovind, attended by Home Minister Amit Shah, Ghulam Nabi Azad and others, earlier today
(Source: Office of Ghulam Nabi Azad) pic.twitter.com/nnd6xi9eZg
— ANI (@ANI) September 23, 2023
वहीं, आज पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें सभी गणमान्य शामिल हुए। सभी ने एक देश एक चुनाव को लेकर अपनी राय साझा की। सभी की राय का स्वागत किया गया। बता दें कि एक देश एक चुनाव को लेकर यह पहली बैठक थी। जिसमें आगामी दिनों में लिए जाने वाले फैसलों को लेकर पूरी रूपरेखा तैयार की गई है, जिसे अब जमीन पर उतारा जाएगा। इस बीच एक देश एक चुनाव को लेकर सभी ने अपनी राय भी दी। सबकी राय का स्वागत किया गया।
कौन-कौन हुए समिति में शामिल ?
बता दें कि इस समिति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एनके सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप और पूर्व सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी शामिल हुए।
अधीर रंजन चौधरी नहीं हुए शामिल
वहीं, बैठक में अधीर रंजन चौधरी शामिल नहीं हुए। हालांकि, उन्होंने बीते दिनों उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपना नाम वापस ले लिया था। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में यह पहली बैठक है। जिसमें कई मुद्दों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।