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Terror Angle In Manipur Violence: मणिपुर की हिंसा में विदेशी उग्रवादी संगठनों की पैठ के संकेत!, 1 को एनआईए ने किया गिरफ्तार

एनआईए ने मणिपुर में जातीय हिंसा का फायदा उठाकर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश के आरोप में म्यांमार से चल रहे उग्रवादी संगठनों के एक संदिग्ध सदस्य को गिरफ्तार किया है। एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी का नाम मोइरांगथेम आनंद सिंह है। उसे एनआईए दिल्ली लाई है।

नई दिल्ली। मणिपुर में मैतेई बनाम कुकी की हिंसा में विदेश से हिंसा फैलाने वाले उग्रवादी संगठनों की पैठ होने के संकेत मिले हैं। एनआईए ने मणिपुर में जातीय हिंसा का फायदा उठाकर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश के आरोप में म्यांमार से चल रहे उग्रवादी संगठनों के एक संदिग्ध सदस्य को गिरफ्तार किया है। एनआईए के मुताबिक गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी का नाम मोइरांगथेम आनंद सिंह है। उसे एनआईए पूछताछ के लिए दिल्ली लाई है। एनआईए के मुताबिक मणिपुर पुलिस ने 5 लोगों को शस्त्रागार से हथियार लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मोइरांगथेम आनंद सिंह इनमें से एक था।

NIA 12

एनआईए का कहना है कि इन सभी 5 लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद मणिपुर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। मोइरांगथेम आनंद सिंह ग्राम रक्षा कार्यकर्ताओं में शामिल था। उसे और अन्य आरोपियों को मणिपुर की स्थानीय अदालत ने बीते शुक्रवार को जमानत दे दी थी। जमानत मिलने के बाद सबूतों के आधार पर एनआईए ने आनंद को गिरफ्तार किया था और उसे दिल्ली लाया गया। मोइरांगथेम आनंद सिंह को एनआईए ने मणिपुर में जातीय संघर्ष का फायदा उठाकर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की आतंकी साजिश के तहत गिरफ्तार किया है। एनआईए के मुताबिक आनंद के संबंध म्यांमार स्थित आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है। एनआईए ने इस मामले में 19 जुलाई को केस दर्ज किया था।

Manipur

मोइरांगथेम आनंद सिंह को दिल्ली लाकर एनआईए ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 5 दिन की रिमांड पर एनआईए को दिया है। एनआईए की जांच में पता चला है कि मणिपुर में अशांत स्थिति का फायदा उठाकर पूर्वोत्तर के आतंकी समूह भूमिगत काडर की ताकत बढ़ाने के अलावा नए सदस्यों की भर्ती भी कर रहे हैं। ताकि मणिपुर में सुरक्षाबलों के जवानों पर हमले कर सकें। शस्त्रागार से हथियार लूटने के आरोप में जब आनंद समेत 5 लोगों को पकड़ा गया था, तब उग्र प्रदर्शनकारियों ने इंफाल में पुलिस थाने में घुसने की कोशिश की थी। उनको हटाने के लिए पुलिस और सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे।