
नई दिल्ली। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश आज बीजेपी में शामिल हो गए। लखनऊ स्थित बीजेपी कार्यालय में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भूपिन्दर चौधरी, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रेम प्रकाश को पार्टी में शामिल कराया। 1993 बैच के आईपीएस प्रेम प्रकाश कई अहम मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
बीजेपी में शामिल होने के बाद प्रेम प्रकाश से जब अतीक हत्याकांड के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा जिसका जैसा कर्म होता है, उसको वैसा ही फल मिलता है। जो निर्दोष लोगों पर गोली चलाता है, उस पर भी कभी न कभी गोली चलती है। जो पीड़ित थे उन्होंने अपना बदला ले लिया। वहीं मुख्तार की बात करते हुए प्रेम प्रकाश ने कहा कि जब उसे पंजाब से बांदा जेल लाया जा रहा था तो लोगों को अंदेशा था कि गाड़ी पलटेगी लेकिन मेरा मानना है कि कानून के मुताबिक ही काम होना चाहिए। बाहुबली मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल लाने की जिम्मेदारी प्रेम प्रकाश को ही सौंपी गई थी। उस समय वो प्रयागराज जोन के एडीजी पद पर तैनात थे। रिटायरमेंट के बाद प्रेम प्रकाश ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी।

कानपुर जोन की जिम्मेदारी संभालते हुए उनके कार्यकाल में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मुठभेड़ के बाद 67 अपराधियों को गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं साल 2019 में सीएए, एनआरसी को लेकर हुए दंगों के दौरान भी उन्होंने स्थिति को संभालते हुए कानपुर में बड़ी जिम्मेदारी निभाई थी। बीएसपी शासनकाल में प्रेम प्रकाश की गिनती मुख्यमंत्री मायावती के पसंदीदा अफसरों में होती थी। दिल्ली के रहने वाले प्रेम प्रकाश दलित समुदाय से आते हैं। ऐसे में चर्चा ये भी है कि शेष बचे दो चरणों के चुनाव में बीएसपी के दलित वोट बैंक में सेंध लग सकती है। प्रेम प्रकाश से पहले तीन और पूर्व आईपीएस बृजलाल, असीम अरुण और विजय कुमार भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।