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अब केरल सोना तस्करी मामले की जांच करेगी NIA, केंद्र ने दी इजाजत

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को केरल सोना तस्करी मामले की जांच करने की इजाजत दे दी है। सरकार का कहना है कि यह घटना राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को केरल सोना तस्करी मामले की जांच करने की इजाजत दे दी है। सरकार का कहना है कि यह घटना राष्‍ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। वहीं विदेशी राजनयिक के नाम पर सोना तस्करी मामले में अन्‍य केंद्रीय एजेंसियों ने भी कार्रवाई तेज कर दी है।

Swapna Suresh

एजेंसियों ने फरार आरोपित व केरल के सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना का पता लगाने में राज्य पुलिस से सहयोग मांगा है, जबकि स्वप्ना ने अग्रिम जमानत के लिए केरल हाई कोर्ट में अर्जी लगाई है। उधर, कांग्रेस ने गुरुवार को भी राज्यव्यापी प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस्तीफा मांगा।


सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसियों ने केरल पुलिस को पत्र लिखकर मामले में वांछित स्वप्ना व उसके करीबियों पर नजर रखने के लिए तकनीकी सहयोग की मांग की।

सोना तस्करी में मेरी कोई भूमिका नहीं : स्वप्ना सुरेश

केरल में हाल ही में सामने आए सोना तस्करी के मामले की मुख्य संदिग्ध स्वप्ना सुरेश ने एक ऑडियो संदेश के जरिए इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है। उसने कहा है कि इस मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है।

Swapna Suresh

त्रिवेंद्रम हवाईअड्डे पर एक राजनयिक लगेज से रविवार को 30 किलोग्राम सोना बरामद होने के बाद केरल में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया, क्योंकि मुख्य संदिग्ध स्वप्ना को राज्य में सत्ताधारी वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार का करीबी बताया जा रहा है। गुरुवार को सामने आए ऑडियो में स्वप्ना ने कहा है कि तस्करी के मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है।

रुहासा आवाज में स्वप्ना ने कहा, “मैंने बस इतना किया है कि जब कंसुलेट ने मुझसे बैगेज को क्लीयर होने में विलंब के बारे में पूछा, तब मैंने कस्टम से बात की। मैंने बस यही किया, और मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता कि बैगेज कहा से आया और उसमें क्या था। मौजूदा विवाद में मेरा और मेरे परिवार का नुकसान हो रहा है और मैं डर के मारे छिपी हुई हूं। मैं आत्महत्या करने के कगार पर हूं, क्योंकि मुझे निशाने पर लिया जा रहा है और इस तस्करी से मेरा कुछ भी लेना-देना नहीं है।”

Swapna Suresh

कस्टम विभाग ने रविवार को यह जब्ती की थी और तभी से स्वप्ना फरार है, जबकि यूएई कंसुलेट में उसके पूर्व सहकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्वप्ना पहले यूएई कंसुलेट की लाइजनिंग शाखा में काम कर चुकी है। वह केरल उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए भी संपर्क कर चुकी है, और याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है।

केरलः सोना 15 करोड़ का, अफसरों पर गिरी गाज, मुख्यमंत्री से सवाल, मचा है बवाल

केरल में सोना तस्करी का मुद्दा तूल पकड़ रहा है। विदेश से आए 30 किलो सोने ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। विपक्षी दल मुख्यमंत्री विजयन पर सवाल उठा रहे हैं तो कई शक्तिशाली अधिकारियों पर पर गाज गिर गई है। केरल सरकार ने तस्करी केस में नाम आने की वजह से सूचना प्रौद्योगिकी सचिव और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एम शिवशंकर का तबादला कर दिया। सोमवार को सरकार ने इस केस में आरोपी सूचना प्रौद्योगिकी सलाहकार स्वपना सुरेश की सेवा समाप्त कर दी थी। कथित तौर पर वह प्रधान सचिव की करीबी हैं और अभी फरार चल रही हैं।

Swapna Santosh kerla

मुख्यमंत्री पी विजयन के कार्यालय की ओर से जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया, ”मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एम शिवशंकर का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर किया जा रहा है, उनकी जगह आईएएस पीर मोहम्मद लेंगे।” एम शिवशंकर राज्य सरकार के बेहद प्रभावशाली नौकरशाह माने जाते थे।

केरल में सोने ने क्यों मचाया हंगामा

Kerala Gold Smuggling Case3

रविवार को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने भारी मात्रा में सोना बरामद किया था। यह सोना यूएई के वाणिज्य दूतावास के लिए आए बैगों में भरा हुआ था। हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि सोना शौचालयों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों से भरे बैग में रखा हुआ था। तस्करी के आरोप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लेने के बाद जांच के लिए कोच्चि ले जाया गया है। आरोपी को जब यह पता चला कि उसके सामान की जांच होगी तो उसने सीमा शुल्क अधिकारियों को धमकी भी दी। इस बीच जय हिंद टेलीविजन चैनल ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कथित रूप से हवाई अड्डे पर यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी की मदद करने की कोशिश की थी।

आरोपों पर क्या बोले मुख्यमंत्री

Kerala Gold Smuggling Case3

मुख्यमंत्री पी. विजयन ने आरोपी महिला अधिकारी की नियुक्त से जुड़े कारकों की जानकारी नहीं है। उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर जवाब दिया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने किसी भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के साथ कभी कोई संवाद नहीं किया और राज्य की जनता यह जानती है। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल नहीं बच पाएंगे।

विपक्ष का हमला सीएम पर बढ़ता जा रहा है

Kerala Gold Smuggling Case3

केरल में विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य के आयकर विभाग की महिला (वाणिज्य दूतावास की एक पूर्व कर्मचारी) ‘राजनयिक बैग से 30 किलोग्राम सोने की तस्करी में शामिल है। आयकर विभाग मुख्यमंत्री के पास है और उसके अगुवा विजयन के प्रधान सचिव एम शिवशंकर थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्नितला ने यह आरोप लगाते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की कि मुख्यमंत्री कार्यालय ‘अपराधियों का अड्डा’ बन गया है। भाजपा प्रमुख के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि सीमाशुल्क अधिकारियों को इस जब्ती के शीघ्र बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन आया था।