भरतपुर। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार के दौरान बदमाशों और दंगाइयों के हौसले बुलंद हैं। बीते दिनों करौली और जोधपुर में दंगों के दौरान पुलिस पर हमले की घटनाएं सामने आई थीं। अब भरतपुर में बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की। इसमें एक इंस्पेक्टर और कॉन्सटेबल को गोली लगी। दोनों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक इकलेरा गांव में अवैध हथियार बनाए जाने की जानकारी मिलने पर स्थानीय थाने के प्रभारी राजेश पाठक एक पुलिस टीम के साथ वहां गए थे। गांव में पुलिस ने दबिश दी ही थी कि बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इससे राजेश पाठक और एक कॉन्सटेबल घायल हुए।
इंस्पेक्टर समेत पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की घटना की जानकारी मिलते ही एसपी, और एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक बदमाश फायरिंग के बाद मौके से फरार हो गए। इन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। बता दें कि जोधपुर में दंगों के दौरान ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं कि वहां दंगाइयों ने पुलिस पर ही जमकर वार किए थे। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। करौली में दंगे के दौरान भी बदमाशों ने पुलिस को जमकर निशाना बनाया था।
राजस्थान की ऐसी घटनाओं की तुलना अगर बीजेपी शासित यूपी से करें, तो पुलिस पर हमला करने के मामले में योगी सरकार की पुलिस ने बिकरू कांड में सीओ समेत अपने 8 साथियों की मौत का बदला बदमाशों के लीडर विकास दुबे और उसके साथियों को निपटाकर लिया। विकास दुबे, अमर दुबे और कई बदमाश पुलिस की गोलियों का शिकार बने। वहीं, सरकार ने पुलिस को चुनौती देने वालों के घर-बार बुल्डोजर के जरिए जमींदोज करने में भी कोई कोताही नहीं की। इससे यूपी में बीते 5 साल में पुलिस का इकबाल काफी बुलंद हुआ है।