
अहमदाबाद। सोमवार को पुरी में होने वाली प्राचीन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को आयोजित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने शर्त के साथ इजाजत दी है। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस रथयात्रा पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए इसे सार्वजनिक भागीदारी के बिना आयोजित किया जा सकता है।
SC के इस फैसले के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की यात्रा को अनुमति देने के लिए गुजरात हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करने का फैसला किया है। इसके अलावा पुरी में रथयात्रा को SC की मंजूरी मिलने के साथ ही ओडिशा सरकार ने प्रशासनिक अमले को 23 जून को निर्धारित यात्रा के लिये युद्ध स्तर पर तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया है।
Supreme Court has allowed organisation of #RathYatra with certain restrictions in Odisha. Keeping this in mind, Gujarat Govt has decided to file a petition in Gujarat High Court to seek permission to hold the yatra of Lord Jagannath in Ahmedabad too: Chief Minister Vijay Rupani pic.twitter.com/oSQiN0jZoD
— ANI (@ANI) June 22, 2020
वहीं जरूरी इंतजामों के लिये राज्य के मुख्य सचिव एके त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक अभय पुरी पहुंचे। उन्होंने कहा, ”डीजीपी और मैं मुख्यमंत्री के निर्देश पर तैयारियों का जायजा लेने के लिये पुरी पहुंचे हैं। हम यहीं पर रुकेंगे। मुझे भरोसा है कि कल श्रद्धालुओं के बिना ही सुगमता के साथ रथयात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।”
सीएम विजय रुपाणी ने किये भगवान जगन्नाथ के दर्शन
वहीं मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने अपनी पत्नी के साथ अहमदाबाद में जगन्नाथजी मंदिर का दौरा किया और रथयात्रा की पूर्व संध्या पर प्रार्थना की। इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री श्री प्रदीपसिंह जडेजा, अहमदाबाद की मेयर श्रीमती बिजल्बेन पटेल, कलेक्टर श्री के.के.निरला, मंदिर के महंत दिलीपदासजी महाराज और ट्रस्टी श्री महेन्द्रभाई झा उपस्थित रहे।
Feeling blessed after offering prayers to Lord Jagannath. Prayed for Gujarat’s welfare.
जय जगन्नाथ! pic.twitter.com/1gLmlA3rMK
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) June 22, 2020
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने ट्वीट कर लिखा, ” भगवान जगन्नाथ के दर्शन के बाद खुद को धन्य महसूस किया। गुजरात के कल्याण के लिए प्रार्थना की।”