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Hathras Case के नाम पर प्रदर्शन में ये क्या करते पाए गए कांग्रेस के उदित राज, भड़के लोग

Hathras Case : उदित राज(Udit Raj) की इस हरकत को लेकर ट्विटर(Twitter) यूजर्स भड़क उठे हैं। एक ने लिखा कि, उदित राज जी भी कम रसिया नहीं हैं ! दलित बेटी की मौत पर भी मस्ती का मौका नहीं छोड़ते ! क्या बात है !

नई दिल्ली। हाथरस मामले में जितनी तेजी के साथ विपक्षी दलों ने राजनीति की, उससे कहीं अधिक रफ्तार में योगी सरकार ने SIT का गठन और सीबीआई जांच की सिफारिश कर उनकी बोलती बंद कर दी। हालांकि राजनीतिक दलों के नेताओं का अभी भी हाथरस जाना जारी है। हाथरस में वे पीड़िता के परिवार वालों से मिल रहे हैं और मिलने के बाद योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। फिलहाल सोशल मीडिया पर कांग्रेस के एक नेता का ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जो है तो हाथरस में प्रदर्शन का लेकिन इस वीडियो में वो कुछ ऐसा करते पाए गए, जिससे लोग भड़क उठे। बता दें कि कभी भारतीय जनता पार्टी में रहे मौजूदा कांग्रेसी नेता उदित राज हाथरस मामले को लेकर प्रदर्शन में ऐसी हरकत कर बैठे कि उन्होंने लोगों की जमकर लताड़ मिली। लोगों का कहना है कि, कांग्रेसी नेता प्रदर्शन करने गए हैं या पिकनिक मनाने।

Udit Raj And rahul

बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उदित राज कुछ महिलाओं के साथ एक प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं। इस प्रदर्शन में भारत माता की जय के नारे भी लगाए जा रहे हैं। ऐसे में वीडियो में जो दिखाई देता है वो बयां करने लायक नहीं है, आप खुद देखे उदित राज की हरकत

आपको बता दें कि उदित राज की इस हरकत को लेकर ट्विटर यूजर्स भड़क उठे हैं। एक ने लिखा कि, उदित राज जी भी कम रसिया नहीं हैं ! दलित बेटी की मौत पर भी मस्ती का मौका नहीं छोड़ते ! क्या बात है !

वहीं मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर करते हुए इस घटना में सीबीआई जांच को जरूरी बताया है। योगी सरकार की तरफ से दायर किए गए हलफनामें में कहा गया है कि, अदालत को मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच का निर्देश देना चाहिए। हलफनामे में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट को CBI जांच की निगरानी करनी चाहिए।

Yogi SC Supreme Court

गौरतलब है योगी सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि, पीड़िता का अंतिम संस्कार उसके परिवार वालों की रजामंदी पर हुआ और अंतिम संस्कार के वक्त पीड़िता के परिवार वाले वहां मौजूद भी थे। योगी सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि, हम निष्पक्ष जांच चाहते हैं। इस मामले में हमने पहले SIT का गठन किया और अब सीबीआई जांच की सिफारिश की है। सुप्रीम कोर्ट CBI को जांच संभालने का आदेश दे।