नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में हुए गैंगरेप मामले में पीड़िता की मौत के बाद से सियायत गरमाई हुई है। एक ओर जहां विपक्ष लगातार यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) पर हमलावर है। दूसरी तरफ पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर यूपी पुलिस सवालों के घिरे में फंसती नजर आ रही है। दरअसल पुलिस पर आरोप है कि बिना परिवार की अनुमति के बिना पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार (ADG Prashant Kumar) ने मामले पर बयान देते हुए साफ किया कि पुलिस ने पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार नहीं कराया है।
हाथरस गैंगरेप मामले पर बात करते हुए यूपी पुलिस के एडीजी ( लॉ एंड ऑर्डर ) प्रशांत कुमार ने कहा कि कल सुबह पीड़िता की मृत्यु हो गई थी और देर रात पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम संस्कार कराया गया था।
कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थित से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी। डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा : एडीजी ( लॉ एंड ऑर्डर ) https://t.co/w6pgcGmyg4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2020
प्रशांत कुमार ने कहा कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए गए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थित से और सहमति से (अंतिम संस्कार) कराया गया था। शांति व्यवस्था के लिए वहां पुलिस उपस्थित थी। डेड बॉडी भी खराब हो रही थी, इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा।