Corona vaccine पर हर्षवर्धन ने दी बड़ी जानकारी, बताया कब और किसे लगेगा सबसे पहला टीका
Health Minister Harsh Vardhan: इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन (Health Minister Harsh Vardhan) ने एक न्यूज चैनल से खास बातचीत करते हुए कोरोना को लेकर को बड़ी जानकारी साझा की है। इंटरव्यू में उन्होंने देशवासियों को बड़ी राहतभरी खबर देते हुए बताया कि आखिर कब तक कोरोना की वैक्सीन देश में उपलब्ध हो जाएगी।
नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी का कहर एक बार फिर से देखने को मिल रहा है। देश में सोमवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना के 44,059 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 91,39,866 हो गई है। वहीं इस दौरान कोरोना से 511 लोगों की मौत हुई जिससे मरने वालों का कुल आंकड़ा 1,33,738 हो गया है। कुल एक्टिव केस 4,43,486 हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन (Health Minister Harsh Vardhan) ने एक न्यूज चैनल से खास बातचीत करते हुए कोरोना को लेकर को बड़ी जानकारी साझा की है। इंटरव्यू में उन्होंने देशवासियों को बड़ी राहतभरी खबर देते हुए बताया कि आखिर कब तक कोरोना की वैक्सीन देश में उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि सबसे पहले कोरोना वैक्सीन किसे दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में 250 कोरोना वैक्सीन कंपनी हैं। जिनमें से 30 की नजर भारत पर है। इस इंटरव्यू में स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी बताया कि देश में पांच वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। 2021 के पहले तीन महीने में हमें वैक्सीन मिलेगी। सितंबर तक 25 से 30 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी जाएगी।
इसके साथ ही उन्होंने इस खास बातचीत में ये भी बड़ी जानकारी दी कि आखिर सबसे पहले कोरोना वैक्सीन किसे दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले हेल्थ वर्कर को कोविड वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिस और पैलामिलिट्री फोर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद 65 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी। फिर 50 साल से अधिक के ग्रुप को और फिर कोमर्बिडिटी के मरीजों को दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकारों और लोगों को जागरुक किया गया है। कोरोना के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।स्थिति भयंकर से भयंकर होने के बाद भी कंट्रोल में है। देश में 90 लाख कंफर्म केस में करीब 85 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। सबसे ज्यादा रिकवरी रेट भारत का है।