
नई दिल्ली। कोरोना के प्रकोप अब भारत में बढ़ता जा रहा है। कोरोना के मामलों की बात करें तो देशभर में कोरोना के कुल 48 लाख 46 हजार 428 मामले हो चुके हैं, जिसमें सक्रिय मामलों की संख्या 9 लाख 86 हजार 598 है। वहीं इस महामारी से 37 लाख 80 हजार 108 लोग ठीक भी हो चुके हैं। बता दें कि इस जानलेवा बीमारी की वजह से देशभर में अबतक 79 हजार 722 लोगों की जान जा चुकी है।
ऐसे में कोरोना के टीके को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि, केंद्र सरकार विचार कर रही है कि जो लोग कोरोना से सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं उन्हें जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी में कोरोना वैक्सीन दे दी जाए। रविवार को संडे संवाद कार्यक्रम में इसपर डॉ हर्षवर्धन ने यह बयान दिया है। संवाद के दौरान संतोष कुमार नाम के व्यक्ति ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि जिन लोगों को कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा है उन्हें आपात समय में वैक्सीन के इस्तेमाल कि अनुमति दी जाए। इसपर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि, भारत सरकार विचार कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार में अगर सहमति बनती है तो ऐसे लोग जिसकी इम्युनिटी कमजोर है या फिर जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है खासकर स्वास्थ्य कर्मी, ज्यादा रिस्क वाली जगहों पर काम करने वाले लोगों को और वरिष्ठ नागरिकों इमरजेंसी में वैक्सीन के इस्तेमाल की अनमति दी जा सकती है। वैक्सीन के ट्रायल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सामान्य तौर पर वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में 6-9 महीने का समय लगता है, लेकिन अगर सरकार में सहमति बनी तो वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए इस समय सीमा को कम करने का फैसला हो सकता है। हालांकि आपात समय में इस्तेमाल की अनुमति वैक्सीन के सभी सुरक्षा पहलुओं को देखने के बाद ही दी जाएगी।
बता दें कि देश में कोरोना के नए मामले अब 90 हजार से अधिक आ रहे हैं। सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 92 हजार 071 नए मामले सामने आए और 1,136 मौतें हुई हैं। ऐसे में अब वैक्सीन का इंतजार लोग बेसब्री से कर रहे हैं।
फिलहाल वैक्सीन सुरक्षित होगी या नहीं इसपर रविवार को संडे संवाद कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि एक बार वैक्सीन उपलब्ध होगी तो लोगों को भरोसा दिलाने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो वो खुद इसका अपने ऊपर इस्तेमाल करने से पीछे नहीं रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि 2021 की पहली तिमाही तक वैक्सीन ट्रायल के नतीजे उपलब्ध हो जाएंगे, यह भी प्रयास हो रहे हैं कि वैक्सीन का उत्पादन भी साथ साथ होता रहे ताकि वैक्सीन विकसित होने के बाद इसके उत्पादन में समय की बर्बादी न हो।

वैसे वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने लाल किले से घोषणा की थी, देश के अंदर भी तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसी को दोहराते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि मौजूदा समय में भारत में 3 वैक्सीन पर ज्यादा काम हो रहा है और भारत बायोटेक तथा नेशनल इंस्टिट्यट ऑफ वायरोलॉजी जो वैक्सीन बना रहा है वह वैक्सीन इस समय सबसे एडवांस स्टेज में है। भारत बायोटेक जिस कोरोना वैक्सीन को तैयार कर रहा है उसका नाम Covaxin है और उसका तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो चुका है।