newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

BJP Targets Hindenburg, Rahul Gandhi And Congress : हिंडनबर्ग रिपोर्ट भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति के खिलाफ ली गई ‘सुपारी’ थी, बीजेपी ने साधा निशाना, कहा-कांग्रेस और राहुल गांधी मांगें माफी

BJP Targets Hindenburg, Rahul Gandhi And Congress : बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी से सवाल है कि हिंडनबर्ग ने तो मतलब आपके विदेशी अलायंस पार्टनर ने तो ताला बंद कर दिया, आप अपना प्रोपेगेंडा कब बंद करेंगे भारत के खिलाफ? कांग्रेस और उसका इको सिस्टम देश विरोधी है, विदेश ताकतों के हाथ से खेलते हुए भारत की इकोनॉमी को तबाह करने की सुपारी लिए बैठा है।

नई दिल्ली। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने हिंडनबर्ग पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज एक बात स्पष्ट है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और बढ़ती हुई ताकत के खिलाफ ली गई ‘सुपारी’ थी। भारत के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने और भारत में आर्थिक आतंकवाद फैलाने के लिए सुनियोजित ढंग से स्पॉन्सर्ड, ऑर्गनाइज्ड और मैनिपुलेटेड रिपोर्ट हिंडनबर्ग द्वारा प्रस्तुत की गई थी। अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए पूनावाला ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस को भी घेरते हुए कहा कि उनको जवाब देने के साथ माफी भी मांगनी चाहिए।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि हास्यास्पद बात है कि जिस हिंडनबर्ग की आज दुकान बंद करने की बारी आई है, जिसकी कोई विश्वसनीयता यूनाइटेड स्टेट्स में नहीं थी वो इंवेस्टिगेशन में थे, जिसकी रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट ने बाहर फेंक दिया था और कहा था इनकी जांच हो कि इन्होंने किस तरह से शॉर्ट सेलिंग करके भारत के निवेशकों का लाखों करोड़ रुपए का नुकसान किया है, लेकिन राहुल गांधी और उनका इको सिस्टम हिंडनबर्ग की उस रिपोर्ट को भगवान का आखिरी शब्द मान रहे थे। राहुल गांधी और उनके इको सिस्टम ने प्रण लिया है कि भारत और देश की अर्थव्यवस्था को वो खत्म करना चाहते हैं।

पूनवाला ने कहा, राहुल गांधी से सवाल है कि हिंडनबर्ग ने तो मतलब आपके विदेशी अलायंस पार्टनर ने तो ताला बंद कर दिया, आप अपना प्रोपेगेंडा कब बंद करेंगे भारत के खिलाफ? हिंडनबर्ग के साथ राहुल गांधी का ये रिश्ता क्या कहलाता है? क्या ये कोई संयोग है या सोचा समझा प्रयोग है या उससे भी बढ़कर सोरोस के द्वारा स्पॉन्सर्ड उद्योग है। कांग्रेस की साथी पार्टियों ने भी इस मुद्दे पर उससे किनारा कर लिया था। कांग्रेस और उसका इको सिस्टम देश विरोधी है, विदेश ताकतों के हाथ से खेलते हुए भारत की इकोनॉमी को तबाह करने की सुपारी लिए बैठा है।