
बरेली। यूपी में साल 2017 से शुरू हुआ हिंदुओं के पलायन का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। साल 2017 में शामली के कैराना में हिंदुओं के पलायन का मुद्दा बीजेपी के नेता हुकुम सिंह ने उठाया था। अब बरेली में ये मुद्दा उछला है। यहां आला हजरत दरगाह के पास की दरगैया गली के हिंदुओं का आरोप है कि दरगाह वाले जबरन गली में रास्ता खोलना चाहते हैं। इसका विरोध करने पर उन्हें मकान बेचकर चले जाने की धमकी दी जा रही है। इस दरगाह के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा हैं। तौकीर रजा ने यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस का दामन थामा था। अपने भड़काऊ भाषण और बयान की वजह से भी मौलाना तौकीर रजा की पहचान है। दरगैया गली में करीब 200 हिंदू परिवार रहते हैं। कोतवाली थाना इलाके में आने वाले इस इलाके में तमाम घरों में लोगों ने पलायन के पोस्टर लगाए हैं। लोगों का आरोप है कि दरगाह वाले धमकी दे रहे हैं।
स्थानीय हिंदुओं के मुताबिक पहले दरगाह वालों ने गली में एक मकान खरीद लिया और उस मकान को तोड़कर दरगाह से रास्ता निकालने की तैयारी है। लोगों का कहना है कि गली में आला हजरत दरगाह का रास्ता खुल जाएगा, तो उनके इलाके में मुस्लिमों की आवाजाही शुरू हो जाएगी और होली जलाने को लेकर भी विवाद होगा। उन्होंने दरगाह प्रबंधन से भी बात की, लेकिन धमकीबाजी शुरू हो गई।
गली में रहने वाले लोगों को अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से उम्मीद दिख रही है। उन्होंने मदद की गुहार लगाई है। इस वक्त सारे लोग डरे और सहमे हैं। उनको लग रहा है कि घर बेचकर कहीं जाना होगा। बता दें कि इसी तरह का मसला बीते दिनों आगरा में आया था। वहां भी कुछ हिंदुओं ने घर बेचकर जाने की बात कही थी। इस पर सीएम योगी खुद आगरा गए थे और वहां से पलायन कर चुके लोगों को वापस उनके घर लाकर बसाया था।