नई दिल्ली। वाराणसी की जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को ज्ञानवापी व्यास गुफा में पूजा करने का अधिकार दे दिया है. कोर्ट ने जिला प्रशासन को 7 दिन के भीतर बैरिकेडिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। यह गुफा एक मस्जिद के नीचे स्थित है। इसे हिंदू पक्ष की अहम जीत माना जा रहा है, लेकिन मुस्लिम पक्ष इस फैसले को चुनौती देने की तैयारी में है। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने ज्ञानवापी व्यास गुफा पर फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निराशा व्यक्त की और कहा कि वे अदालत के फैसले से बेहद असंतुष्ट हैं। इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाने का विकल्प खुला है।
बताया जा रहा है कि हिंदू पक्ष की ओर से काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड पूजा कराएगा। हिंदू पक्ष ने इसे एक महत्वपूर्ण जीत बताया है और 30 साल बाद न्याय का दावा किया है। नवंबर 1993 तक यहां पूजा-प्रार्थना होती थी। इस घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आइये कुछ व्यक्तियों की प्रतिक्रियाओं पर एक नजर डालते हैं।
“ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रभु श्री राम सही समय और अच्छे मुहर्त में विराजमान हुए हैं”
हर हर महादेव🙏ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव।
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रभु श्री राम सही समय और अच्छे मुहर्त में विराजमान हुए हैं। प्रतिदिन एक अच्छी खबर प्राप्त हो रही है।— vikas dadhich (@vikasdadhich141) January 31, 2024
“बाहरी लुटेरे डाकू के खैरमखा जो सियासत कर रहे थे..राम जी की कृपा है..”
बाहरी लुटेरे डाकू के खैरमखा जो सियासत कर रहे थे,उनके अरमान पर पानी फेर दिया कोर्ट ने। बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में ज्ञानवापी के अंदर पूजा करने का अधिकार मिलना यह सब प्रभु राम की महिमा है…जय श्रीराम..जय भोलेनाथ
— राकेश कुमार पाण्डेय (@rakeshk08468227) January 31, 2024
“हमें पूरा का पूरा परिसर चाहिए”
यह एक कमरा में पूजा की अनुमति देने से कुछ नहीं होगा हमें पूरा का पूरा परिसर चाहिए।
— शुभम् हिन्दू (@Shubhamhindu01) January 31, 2024
“अब वहां भगवान जी प्रकट हो जाएंगे और..”
अब वहां भगवान जी प्रकट हो जाएंगे और लोगों कल्याण हो जाएगा बस और क्या चाहिए
— Ram Nihal Maurya (@RamMaurya2023) January 31, 2024
हिंदू धर्म की सत्यता को एक बार फिर साबित किया गया है।
हिंदू धर्म की सत्यता को एक बार फिर साबित किया गया है।
— surviver666 (@surviver666) January 31, 2024
भाई साहब ने बड़ा सवाल पूछा है..
एक बात समझ में नही आती , जब मुगलों भारत आए थे तब भारत में बहोत ज्यादा जमीन खाली थी , वैसी ही बंजर पड़ी थी , तब भारत की आबादी भी कम थी,
तो फिर मुगलों ने एक एक हिंदू मंदिर तोड़ तोड़ कर इसी जमीन पर मस्जिद क्यों बनाई ,
इतिहास में आजतक हमे किसीने नही पढ़ाया हे,— Yogesh Shukla (@ysshukla) January 31, 2024