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Gyavapi Case: ज्ञानवापी परिसर में 30 साल बाद हिंदुओं को मिला पूजा का अधिकार, सोशल मीडिया पर लोगों ने कुछ इस प्रकार दी अपनी प्रतिक्रिया ?

Gyavapi Case: बताया जा रहा है कि हिंदू पक्ष की ओर से काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड पूजा कराएगा। हिंदू पक्ष ने इसे एक महत्वपूर्ण जीत बताया है और 30 साल बाद न्याय का दावा किया है। नवंबर 1993 तक यहां पूजा-प्रार्थना होती थी। इस घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आइये कुछ व्यक्तियों की प्रतिक्रियाओं पर एक नजर डालते हैं।

नई दिल्ली। वाराणसी की जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को ज्ञानवापी व्यास गुफा में पूजा करने का अधिकार दे दिया है. कोर्ट ने जिला प्रशासन को 7 दिन के भीतर बैरिकेडिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। यह गुफा एक मस्जिद के नीचे स्थित है। इसे हिंदू पक्ष की अहम जीत माना जा रहा है, लेकिन मुस्लिम पक्ष इस फैसले को चुनौती देने की तैयारी में है। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने ज्ञानवापी व्यास गुफा पर फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निराशा व्यक्त की और कहा कि वे अदालत के फैसले से बेहद असंतुष्ट हैं। इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट जाने का विकल्प खुला है।

gyanvapi masjid

बताया जा रहा है कि हिंदू पक्ष की ओर से काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड पूजा कराएगा। हिंदू पक्ष ने इसे एक महत्वपूर्ण जीत बताया है और 30 साल बाद न्याय का दावा किया है। नवंबर 1993 तक यहां पूजा-प्रार्थना होती थी। इस घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आइये कुछ व्यक्तियों की प्रतिक्रियाओं पर एक नजर डालते हैं।

“ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रभु श्री राम सही समय और अच्छे मुहर्त में विराजमान हुए हैं”

“बाहरी लुटेरे डाकू के खैरमखा जो सियासत कर रहे थे..राम जी की कृपा है..”

“हमें पूरा का पूरा परिसर चाहिए”

“अब वहां भगवान जी प्रकट हो जाएंगे और..”

हिंदू धर्म की सत्यता को एक बार फिर साबित किया गया है।

भाई साहब ने बड़ा सवाल पूछा है..