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Ram Temple: ”जब तक नहीं बनेगा राम मंदिर, तब तक नहीं जाऊंगा अयोध्या,” कभी पीएम मोदी ने लिया था ऐसा प्रण

Ram Temple: इस रिपोर्ट में बात सिर्फ और सिर्फ राम मंदिर की ही करेंगे। दरअसल, राम मंदिर निर्माण की चर्चा चरम पर है। मंदिर का लगभग 80 फीसद कार्य संपन्न किया जा चुका है। रही बात शेष कार्यों की तो उसे भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।  2024 तक हम राम मंदिर के दर्शन कर सकेंगे।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान कई ऐसे निर्णय लिए हैं, जिन्हें अगर अभूतपूर्व, ऐतिहासिक, अद्भुत, अकल्पनीय व अविस्मरणीय सरीखे शब्दों से पिरोया जाए, तो निसंदेह किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। चुनावी बेला में अपने द्वारा किए गए सभी वादों को जिस गति से उन्होंने मूर्त रूप देने की दिशा में अपनी भूमिका निभाई है, वह सराहनीय है। चाहे बात जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर उसे भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने की हो या ब्रिटिश हुकूमत द्वारा बनाई गई संसद से विमुख होकर नई संसद  का निर्माण कर वहां सेंगोल स्थापित करने की हो या दीर्घकालिक राम मंदिर विवाद का निस्तारण हो, यह सबकुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही हुआ है, जिन्हें बीजेपी अब आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर व्यापक रूप से जनता के बीच प्रचारित करन की योजना बना चुकी है। जल्द ही इन  योजनाओं को मूर्त रूप दिया जाएगा।

ram temple and modi 1

वहीं, इस रिपोर्ट में बात सिर्फ और सिर्फ राम मंदिर की ही करेंगे। दरअसल, राम मंदिर निर्माण की चर्चा चरम पर है। मंदिर का लगभग 80 फीसद कार्य संपन्न किया जा चुका है। रही बात शेष कार्यों की तो उसे भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।  2024 तक हम राम मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। यह उद्घोषणा किसी और ने नहीं, बल्कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्य़क्ष नृपेंद्र मिश्रा ने की है। उन्होंने मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में स्पष्ट कर दिया है कि 15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2024 के बीच राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो जाएगी। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं, विदेश में रह रहे राम भक्त भी इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बन सकें, इसकी व्यवस्था की जाएगी।

इसके अलावा इस  खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। मंदिर निर्माण समिति के अध्य़क्ष के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम दिन यानी की 24 जनवरी को पीएम  मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होकर इसकी शोभा बढ़ाएंगे। ध्यान दें कि बीते  20 सालों तक पीएम मोदी इस  जगह पर नहीं आए थे। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि वैसे तो पीएम मोदी का कई बार अयोध्या आना जाना हुआ था, लेकिन वो इस जगह पर पिछले 20 सालों से नहीं आए थे। उन्होंने प्रण लिया था कि जब तक राम मंदिर निर्माण बन नहीं जाएगा, तब तक वो यहां नहीं आएंगे। हालांकि, 5 अगस्त 2021 को मंदिर की आधारशीला रखने के अवसर पर पीएम मोदी यहां आए थे। वहीं, अब प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम  दिन यानी की 24 जनवरी 2024 को यहां पहुंचेंगे। इस लिहाज से पीएम मोदी का आगामी अयोध्या दौरा भी कई मायनों में खास होगा।

विदित हो कि 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने अभूतपूर्व फैसले से अयोध्या  में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था। कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया था कि वह जगह भगवान राम का जन्मस्थल है, लिहाजा मंदिर वहीं बनना चाहिए।  वहां मुस्लिम पक्षों को मस्जिद निर्माण के लिए अलग से भूमि आवंटित की गई थी। लेकिन, कुछ लोगों ने कोर्ट के इस फैसले पर ऐतराज जताते हुए पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। लेकिन इन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया गया था।