अयोध्या/नई दिल्ली। रामनगरी अयोध्या में राम का मंदिर तो बन ही रहा है, लेकिन इस शहर को महज धार्मिक नगरी का रूप ही नहीं मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के सुझाव पर बड़ा बदलाव करते हुए अयोध्या का मॉडल अब बदलने की तैयारी योगी आदित्यनाथ की सरकार करने जा रही है। पीएम मोदी ने सुझाव दिया है कि अयोध्या के विकास का मॉडल ऐसा बनाया जाए, ताकि यह शहर छोटे भारत जैसा दिखे। इसी के लिए अयोध्या के विजन-2051 मॉडल को विजन-2047 में बदला जा रहा है। यहां पूरे देश की हिस्सेदारी होगी। शहर में सभी चौराहों और मौजूदा सड़कों में बदलाव किया जाएगा। साथ ही पब्लिक यूटिलिटी यानी यहां आने वालों के लिए जरूरी चीजों जैसे विश्राम स्थल और शौचालय का निर्माण होगा।
इसके अलावा योगी सरकार अयोध्या में छोटे होटल और धर्मशाला बनवाएगी। साथ ही डिजिटल टूरिस्ट गाइड भी तैयार होगा। यानी मोबाइल के एक क्लिक पर यहां आने वाले श्रद्धालु जान सकेंगे कि किस जगह पर कौन सा दर्शनीय स्थल है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या को इस तरह बदला जाएगा, जिससे यह शहर रामायणकालीन जैसा दिखे, लेकिन इसमें मौजूदा युग की हर आधुनिक चीज मौजूद हो।
पीएम मोदी ने सुझाव दिए हैं कि साल 2047 में अयोध्या के स्वरूप का मॉडल सामने लाया जाए। 21वीं सदी के मुताबिक आधुनिक शहर बनाया जाए। शहर को सजाने के लिए देशभर के आर्किटेक्ट और डिजाइनरों को बुलाया जाए। संगीत और नाटक को यहां बढ़ावा दिया जाए। साथ ही स्कूलों में रामायण पर आधारित नाटक किए जाएं। मंदिरों के आसपास नो व्हिकल जोन बनाया जाए। यहां आने-जाने के साधन विकसित किए जाएं।
बता दें कि योगी सरकार पहले ही तय कर चुकी है कि अयोध्या को चारों तरफ से सड़कों से जोड़ा जाएगा। साथ ही केंद्र सरकार ने बीते दिनों 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को नेशनल हाइवे बनाने का एलान किया है। इससे भी अयोध्या का स्वरूप काफी कुछ बदल जाएगा।