
नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा आपरेशन सिंदूर को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में कम से कम 100 आतंकी मारे गए हैं। वहीं कांग्रेस, एआईएमआईएम, बीजेडी समेत सभी दलों के नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेना की सराहना की है। विपक्षी दलों ने इस नाजुक वक्त में आतंकवाद के खिलाफ एक्शन में केंद्र सरकार के साथ होने की बात भी कही है। राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, असदुद्दीन ओवैसी समेत कई दलों के नेता उपस्थित रहे।
Govt giving detail information regarding #operationsindoor in all party meetings at parliament premises…#pahalgamterrorattackretaliation pic.twitter.com/eeT2xPglC6
— Anamika Ratna (@anamikaratna) May 8, 2025
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री ने सभी नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सभी दलों के नेताओं ने जिम्मेदारी और परिपक्वता के साथ अपने विचार व्यक्त किए, देश के सामने वर्तमान में मौजूद बड़ी चुनौती को पहचाना। सभी दलों के नेताओं ने कहा कि ऐसे नाजुक समय में राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। सभी नेताओं ने सर्वसम्मति से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर हमारे सशस्त्र बलों को बधाई दी और बिना किसी असहमति के सरकार को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान कई बहुमूल्य सुझाव भी सामने रखे गए। रक्षा मंत्री ने कहा, हम केवल शासन करने के लिए सरकार नहीं बनाते हैं।
VIDEO: Here’s What Union Minister Kiren Rijiju said after all-party meeting
“A meeting of all party leaders was held today under the chairmanship of Rajnath Singh. The discussions were conducted in a constructive and serious manner, given the gravity of the issue at hand. The… pic.twitter.com/i42OmQCAam
— Press Trust of India (@PTI_News) May 8, 2025
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, सरकार ने कहा है कि सुरक्षा के लिहाज से कुछ चीजें गोपनीय हैं और उन पर चर्चा नहीं की जा सकती। हम सभी इस मुश्किल समय में सरकार उनके साथ हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मैंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए हमारे सशस्त्र बलों और सरकार की सराहना की है। मैंने यह भी सुझाव दिया कि हमें द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाना चाहिए।