
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 9 जुलाई से फिर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने वाले हैं। वहीं, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता पर बातचीत जारी है। अब अखबार इकोनॉमिक टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत ने व्यापार समझौता करने के लिए अमेरिका के सामने अहम शर्त रखी है। सूत्रों के हवाले से अखबार ने बताया है कि व्यापार समझौते के लिए भारत और अमेरिका के बीच बातचीत अंतिम दौर में है। हालांकि, इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए भारत की शर्त अमेरिका को माननी होगी।
सूत्रों के मुताबिक अमेरिका से भारत इस बात की गारंटी चाहता है कि व्यापार समझौता होने पर डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन भारत से आयात किए जाने वाले उत्पादों पर कोई नया टैक्स नहीं लगाएगा। साथ ही भारत चमड़े के सामान और कपड़े पर टैक्स में छूट भी चाहता है। खबर के मुताबिक भारत ये चाहता है कि अमेरिका से व्यापार समझौता होने पर टैरिफ में स्थिरता बनी रहे। भारत ये भी चाहता है कि व्यापार समझौते में ही टैक्स बढ़ने पर मुआवजा देने का नियम रखा जाए। ताकि इसे भविष्य में किसी भी बदलाव से दूर रखा जा सके। माना जा रहा है कि 9 जुलाई से पहले पता चल जाएगा कि भारत की इस मांग पर अमेरिका सहमत होता है या नहीं।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद को संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप लगातार कहते रहे हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी उनके अच्छे दोस्त हैं, लेकिन भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लेता है। ट्रंप का ये भी दावा रहा है कि भारत टैरिफ खत्म करने के लिए तैयार है। हालांकि, ट्रंप के इस दावे पर मोदी सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था। हालांकि, जब उन्होंने टैरिफ का मसला 9 जुलाई तक टाल दिया, तो अन्य देशों की तरह भारत से अमेरिका आयात होने वाले उत्पादों पर 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ लागू किया। बीते दिनों खबर आई थी कि भारत ये भी चाहता है कि व्यापार समझौता करने के लिए ट्रंप हर तरह का टैरिफ खत्म करें।