नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के बयानों और ट्वीट पर इस्लामी देशों के संगठन OIC की तरफ से भ्रामक प्रचार पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उसे ऐसा न करने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि ओआईसी ने एक बार फिर जानबूझकर भ्रमित करने वाले कमेंट किए हैं। इससे उसका बांटो की राजनीति दिखती है। जो संगठन एक खास तबके की वजह से कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि जिन लोगों ने पैगंबर के बारे में गलतबयानी की, उनका भारत सरकार से कोई लेना-देना नहीं है।
It is regrettable that OIC Secretariat has yet again chosen to make motivated, misleading and mischievous comments. This only exposes its divisive agenda being pursued at the behest of vested interests: Ministry of External Affairs (MEA)
— ANI (@ANI) June 6, 2022
इससे पहले ओआईसी ने एक प्रस्ताव पास कर संयुक्त राष्ट्र से भारत की शिकायत की थी। 57 इस्लामी देशों के संगठन ने संयुक्त राष्ट्र से कहा था कि भारत में मुसलमानों की दयनीय दशा पर वो कोई कदम उठाए। ओआईसी ने गलतबयानी करते हुए कहा था कि भारत में इस्लाम और मुसलमानों की दशा खराब है और उनके खिलाफ कदम उठाए जा रहे हैं। संगठन ने ये भी कहा था कि भारत में कई जगह मुसलमानों की प्रॉपर्टी को गिरा दिया गया है और कई राज्यों में मदरसों को भी बंद कर दिया गया है।
ये सारा मामला नूपुर शर्मा के टीवी चैनल के डिबेट में पैगंबर के बारे में दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ था। नूपुर ने पैगंबर की पत्नी बीबी आयशा के बारे में टिप्पणी की थी। जबकि, दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता रहे नवीन कुमार जिंदल ने इसी बारे में अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था। अरब देशों ने कल इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। इसके बाद बीजेपी ने नूपुर और नवीन को पार्टी से निलंबित कर दिया था। नूपुर और नवीन ने अपने कहे शब्दों पर माफी भी मांग ली थी।