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चीन को भारतीय विदेश मंत्रालय की चेतावनी, अपनी सीमा में ही करें गतिविधि, LAC से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं

भारत सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। इस क्रम में भारत ने अब वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन को उसी की भाषा में जवाब दिया है।

नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी हफ्ते की शुरुआत में लद्दाख स्थित गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें हमारे एक अफसर सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। इस घटना के बाद भारत सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। इस क्रम में भारत ने अब वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन को उसी की भाषा में जवाब दिया है।

India-China LAC

विदेश मंत्रालय की ओर से चीन को अब सख्त लहजे में जवाब दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि चीन अपनी गतिविधियों को अपनी ही सीमा में करें। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत जिम्मेदारी के साथ कहता है कि वह जो भी गतिविधि कर रहा है, वह अपनी सीमा के अंतर्गत ही कर रहा है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि चीन भी अपनी सीमा में ही रहें।

PM Modi and jinping

मौजूदा विवाद को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ने खुद ही अपने आप समझौते को बदला और भारतीय सैनिकों पर जो हमला किया गया, वह एक प्लानिंग के तहत किया गया था। अनुराग श्रीवास्तव के मुताबिक, इस हिंसक झड़प में दोनों देश के सैनिकों को जो नुकसान हुआ है उसके लिए चीन ही जिम्मेदार है।

Anurag Shrivastav MEA Spokes Person

विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा है कि हम किसी भी विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहते हैं, ताकि शांति बनी रहे। लेकिन जैसा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा जरूर करेंगे और उसपर आंच नहीं आने देंगे।

आपको बता दें कि 6 जून को दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच समझौता हुआ था कि दोनों देश की सेनाएं मौजूदा स्थान से पीछे हटेंगी। लेकिन चीन ने इसका उल्लंघन किया और इसी का नतीजा रहा कि 15 जून को ये हिंसक झड़प हुई।