नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने 17 नवंबर को एक साहसिक अभियान के तहत सात भारतीय मछुआरों को पाकिस्तानी मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी (PMSA) के जहाज से बचाया। यह घटना भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के करीब हुई, जहां दो घंटे तक दोनों देशों के जहाजों के बीच रोमांचक पीछा चला।
डिस्ट्रेस कॉल से शुरू हुआ अभियान
दोपहर करीब साढ़े तीन बजे भारतीय तटरक्षक बल के जहाज आईसीजी अग्रिम (ICG Agrim) को फिशिंग बोट कालभैरव से एक इमरजेंसी कॉल मिली। यह नाव नो-फिशिंग जोन (NFZ) के पास मछली पकड़ रही थी, जब पाकिस्तानी जहाज PMS Nusrat ने इसे घेर लिया। पाकिस्तानी जहाज भारतीय मछुआरों को जबरन गिरफ्तार कर अपनी सीमा में ले जाने की कोशिश कर रहा था।
चूहे-बिल्ली के खेल में भारतीय तटरक्षक बल की हुई जीत
कालभैरव से मिली सूचना के बाद आईसीजी अग्रिम ने अपनी पूरी गति से घटनास्थल पर पहुंचकर पाकिस्तानी जहाज का सामना किया। करीब दो घंटे तक समुद्र में दोनों जहाजों के बीच पीछा चलता रहा। अंततः भारतीय तटरक्षक बल की धमकी और रणनीतिक बातचीत के बाद पाकिस्तानी जहाज ने भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। हालांकि, इस दौरान कालभैरव नाव टूटकर डूब गई, लेकिन सभी मछुआरों को सुरक्षित बचा लिया गया।
#WATCH | Indian Coast Guard Ship Agrim chasing Pakistani ship PMSA Nusrat to rescue Indian fishermen who were being taken to Pakistani waters on Sunday, November 17. The Indian Coast Guard managed to rescue Indian fishermen.
(Source: Indian Coast Guard) https://t.co/fdigpCelvN pic.twitter.com/23w67dt33w
— ANI (@ANI) November 18, 2024
मछुआरों को सकुशल छुड़ाया
बचाव अभियान के बाद आईसीजी अग्रिम जहाज 18 नवंबर को गुजरात के ओखा बंदरगाह पर मछुआरों को लेकर पहुंचा। वर्तमान में खुफिया एजेंसियां, राज्य पुलिस और तटरक्षक बल इन मछुआरों से पूछताछ कर रहे हैं। साथ ही यह जांच की जा रही है कि यह टकराव क्यों हुआ और क्या कोई अन्य कारण इसके पीछे था।
तटरक्षक बल का साहसिक प्रदर्शन
भारतीय तटरक्षक बल ने इस अभियान के माध्यम से एक बार फिर अपनी क्षमता और साहस का परिचय दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पर ऐसे घटनाक्रम में प्रभावी कार्रवाई देश की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।