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चीनी मीडिया ने जारी किया ड्रैगन सेना का 99 सेकंड का वीडियो, भारतीय जवानों का यह 26 सेकंड वाला क्लिप पड़ गया भारी

गलवान घाटी में हुए भारत-चीन के सैनिकों में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों में देशों में तनाव और बढ़ गया है। जिसके बाद से चीन यह साबित करने में लगा है कि चीनी सेना हर स्थिति के लिए तैयार है। चीनी अखबार ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की क्षमता को दर्शाने वाला एक वीडियो जारी किया है। जिसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय जवानों की एक वीडियो से मिला।

नई दिल्ली। गलवान घाटी में हुए भारत-चीन के सैनिकों में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों में देशों में तनाव और बढ़ गया है। सीमा विवाद के बाद से चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स यह साबित करने में लगा है कि चीनी सेना हर स्थिति के लिए तैयार है। चीनी अखबार ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की क्षमता को दर्शाने वाला एक वीडियो जारी किया है। जिसमें दिखाया गया है कि आंखों पर पट्टी बांधे चीनी सैनिक 99 सेकंड में राइफल और पिस्टल असेम्बल कर रहे हैं।

हालांकि, इस बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। क्योंकि ग्लोबल टाइम्स के जवाब में एक यूजर ने इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसमें भारतीय जवानों ने वो कर दिखाया जिसे चीनी सैनिक ने 99 सेकंड में किया। आईटीबीपी का ये वीडियो देखने के बाद चीनियों को निश्चित तौर पर समझ आ गया होगा कि भारतीय जवान क्या कर सकते हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। देखते ही देखते ये वीडियो वायरल हो गया।

दरअसल, चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने 21 जून को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया। जिसमें दिखाया गया है कि चीनी सैनिक आंखों पर पट्टी बांधे 99 सेकंड में राइफल और पिस्टल असेम्बल कर रहे हैं। एक यूजर ने इसके जवाब में आईटीबीपी का वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि भारतीय सैनिक दोनों हाथों में राइफल थामे हुए हैं और महज 26 सेकंड में उन्हें पहले डी- असेम्बल करते हैं और फिर असेम्बल करते हैं। जिसमें खास बात यह है कि वे यह सब एक ही हाथ से करते है।

आपको बता दें कि आईटीबीपी का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। 27 सेकंड के इस वीडियो को अब तक 3,822 लोग देख चुके थे और 108 बार इसे रीट्वीट किया जा चुका था। आपको बता दें कि लद्दाख की गवलान घाटी में चीन और भारतीय सेना के बीच हुई हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में जहां भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे, वहीं चीन को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा था। हालांकि, ये बात अलग है कि चीन अपने सैनिकों की मौत का सही आंकड़ा जारी नहीं कर रहा।