नई दिल्ली। बुधवार को भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है। दरअसल स्कॉर्पियन क्लास की सबमरीन आईएनएस करंज (Scorpene-class submarine INS Karanj) आज भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हो गई। मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में एक कार्यक्रम के दौरान आईएनएस करंज को शामिल किया गया। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह (Chief of Naval Staff Admiral Karambir Singh) और एडमिरल वी एस शेखावत (सेवानिवृत्त) की मौजूदगी में पनडुब्बी आईएनएस करंज को भारतीय नौसेना में शामिल कराया गया। बता दें कि आईएनएस करंज को ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है। खास बात ये है कि आईएनएस करंज बिना किसी आवाज के दुश्मन को तबाह कर सकती है। बता दें इससे पहले स्कोर्पिन क्लास की आईएनएस कलवरी और आईएनएस खंडेरी भी जंगी बेड़े में शामिल हो चुकी हैं।
Scorpene-class submarine INS Karanj commissioned into Indian Navy in Mumbai, in presence of Chief of Naval Staff Admiral Karambir Singh and Admiral (Retired) VS Shekhawat pic.twitter.com/8Sk520fhzR
— ANI (@ANI) March 10, 2021
इतना ही नहीं आईएनएस करंज को मेक इन इंडिया कैंपेन की बड़ी सफलता माना जा रहा है। क्योंकि कलवरी क्लास की ये तीसरी सबमरीन जब अपने मिशन पर रहती है, तो कोई आवाज़ नहीं करती है। यानी ये सबमरीन दुश्मन के इलाके में होगी, उसे नेस्तानाबूद कर रही होगी, तब कोई आवाज़ नहीं आएगी।
जानिए कैसे पड़ा नाम INS Karanj
बता दें कि INS Karanj के नामकरण की कहानी दिलचस्प है। दरअसल इसके हर अक्षर का एक मतलब है। मसलन – K से किलर इन्सटिंक्ट, A से आत्मनिर्भर भारत, R से रेडी, A से एग्रेसिव, N से निम्बल और J से जोश।