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Revealed: सीएम चन्नी का एक और झूठ आया सामने, IB ने कहा था PM मोदी का हो सकता है घेराव

आईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पीएम मोदी की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन हो सकता है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि फिरोजपुर का हुसैनीवाला इलाका किसान संगठनों का गढ़ है और मोदी अगर वहां से गुजरे, तो मुश्किलें खड़ी की जा सकती हैं।

नई दिल्ली। बीते बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में लगी सेंध के बारे में पंजाब सरकार और उसके सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की गलतबयानी की कलई एक-एक कर खुल रही है। अब पता चला है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो IB ने पहले ही पंजाब सरकार को अपनी रिपोर्ट में बताया था कि मोदी की सुरक्षा में विघ्न डाला जा सकता है और किसान संगठन उनका रास्ता रोककर घेराव कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक आईबी की रिपोर्ट ने पंजाब सरकार को इस बारे में सावधानी बरतने के लिए कहा था। बावजूद इसके पंजाब सरकार ने अनदेखी की और नतीजे में मोदी के काफिले को प्रदर्शनकारियों की भीड़ के सामने 20 मिनट तक रुकना पड़ा।

सूत्रों ने एक अखबार को बताया है कि आईबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पीएम मोदी की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन हो सकता है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि फिरोजपुर का हुसैनीवाला इलाका किसान संगठनों का गढ़ है और मोदी अगर वहां से गुजरे, तो मुश्किलें खड़ी की जा सकती हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर चुके संयुक्त किसान मोर्चा SKM का हिस्सा रहे भारतीय किसान यूनियन की क्रांतिकारी इकाई और सतनाम सिंह पन्नू के संगठन केएमएससी ने भी मोदी के दौरे के वक्त उनका घेराव करने का एलान कर रखा है।

gurpatwant singh pannu

रिपोर्ट में आईबी ने ये भी कहा था कि कट्टरपंथी सिख संगठनों के प्रदर्शन से भी इनकार नहीं किया जा सकता। पंजाब सरकार को ये भी कहा गया था कि रैली स्थल पाकिस्तान की सीमा के काफी करीब है। साथ ही खालिस्तान की मांग करने वाले आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस SFJ का नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू भी युवाओं को पैसे का लालच देकर हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहा है। ये रिपोर्ट सीएम चन्नी के उन दावों की पोल खोलती है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आईबी डायरेक्टर से उनकी बातचीत हुई और डायरेक्टर ने पंजाब पुलिस के काम को अच्छा बताते हुए उन्हें धन्यवाद दिया था। बता दें कि बीते बुधवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने पीएम मोदी के काफिले को 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रोक दिया था। इससे उनकी सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो गया था।