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Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में मीसा भारती से पूछताछ पूरी, जानें मीडिया से क्या बोलीं लालू यादव की बेटी

Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामला उस वक्त का है, जब लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 के बीच बिहार के रेल मंत्री के पद पर थे। आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान अभ्यर्थियों को जमीन के बदले नौकरी दी थी। अभ्यर्थियों की जमीन सस्ते दाम में लिखवाकर उन्हें रेलवे के ग्रुप डी विभाग में नौकरी दी गई थी। जबकि रेलवे की तरफ से कोई आवेदन पत्र भी जारी नहीं किया गया था।

नई दिल्ली। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती से ईडी ने सात घंटे तक पूछताछ की। यह पूछताछ दो पाली में हुई। लैंच से पहले और लैंच के बाद। लंबी पूछताछ को देखकर सहज ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि मामले से जुड़े गंभीर सवाल मीसा से पूछे गए हैं, लेकिन मीडिया ने जब उनसे इस बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया। हालांकि, अब उनसे पूछताछ पूरी हो चुकी है। बता दें कि मीसा ने इस बात की संभावना जताई है कि आगे भी उनसे पूछताछ की जा सकती है। उधर, ईडी ने इस पूरे मामले में मीडिया को कोई रिएक्शन नहीं दिया है।

बहरहाल, अब आगामी दिनों में उन्हें कब इस मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। बता दें कि मीसा के अलावा उनके भाई व बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से भी पूछताछ हुई। इससे पहले भी उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था, लेकिन वो अपनी पत्नी के खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे थे। खबर है कि वे जल्द ही पिता बनने वाले हैं। उधर, मीसा ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में स्पष्ट कर दिया है कि वो पूछताछ में पूरा सहयोग करेंगी। अब वो अपनी इन बातों में कितनी खरी उतर पाती हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। चलिए, आगे जान लेते हैं कि आखिर ये लैंड फॉर जॉब मामला क्या है?

लैंड फॉर ज़ॉब मामला

आपको बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामला उस वक्त का है, जब लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 के बीच बिहार के रेल मंत्री के पद पर थे। आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान अभ्यर्थियों को जमीन के बदले नौकरी दी थी। अभ्यर्थियों की जमीन सस्ते दाम में लिखवाकर उन्हें रेलवे के ग्रुप डी विभाग में नौकरी दी गई थी। जबकि रेलवे की तरफ से कोई आवेदन पत्र भी जारी नहीं किया गया था। इसके बावजूद भी उन्हें नौकरी दी गई। सीबीआई ने 14 साल पुराने मामले में पिछले साल ही लालू के खिलाफ केस दर्ज किया था। जिसकी जांच अभी जारी है। बीते दिनों इसी मामले में ईडी और सीबीआई ने लालू के ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। जिसके बाद राजनीति तेज हो गी। बहरहाल, मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।