नई दिल्ली। दिल्ली को दहलाने की आईएसआईएस आतंकियों की साजिश शाहनवाज उर्फ शफीउज्जमा और उसके दो साथियों की गिरफ्तारी से फेल हो गई। शफीउज्जमा ने अपने साथियों के साथ मिलकर देश की राजधानी में धमाकों की योजना तैयार की थी। इनका इरादा लिक्विड केमिकल के जरिए आईईडी बनाकर उनको दिल्ली में जगह-जगह फिट करना था। केमिकल से आईईडी बनाने पर उसे तलाशने में एजेंसियों को दिक्कत होती और आतंकी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो जाते। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक शफीउज्जमा, रिजवान अहमद हाजी अली और अब्दुल्ला फयाज से पूछताछ की जा रही है। इनके आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े और भी आतंकियों को पकड़ने की कोशिश भी जारी है। फिलहाल दिल्ली के लोगों को बड़े आतंकी खतरे से बचाने में पुलिस ने सफलता हासिल की है।
शाहनवाज उर्फ शफीउज्जमा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए बीते दिनों एनआईए ने दिल्ली में बड़ा छापामार अभियान छेड़ा था। एनआईए को शफीउज्जमा की काफी दिनों से तलाश थी। वो पुणे से फरार था। शफीउज्जमा पर एनआईए ने 3 लाख रुपए के इनाम का भी एलान किया था। एनआईए पिछले काफी वक्त से भारत में आईएसआईएस मॉड्यूल का खुलासा करने में जुटी है। जांच एजेंसी ने कोयंबटूर में हुए बम धमाके के बाद इस मॉड्यूल के सदस्यों की तलाश शुरू की थी। इसी कड़ी में एनआईए लगातार दक्षिण भारत के तमाम राज्यों में छापेमारी करती रही है।
आईएसआईएस वैसे तो सीरिया का आतंकी संगठन है, लेकिन भारत में भी कुछ लोग इसकी विचारधारा से प्रभावित हैं। काफी पहले ये जानकारी मिली थी कि भारत से कुछ लोग सीरिया गए और उन्होंने आईएसआईएस के साथ मिलकर हमलों में हिस्सा लिया। इसके बाद काफी दिन तक आईएसआईएस के किसी आतंकी की भारत में होने की खबर नहीं मिली थी। कोयंबटूर में मंदिर के सामने जब आईएसआईएस आतंकी की कार में धमाका हुआ, तब इस बारे में फिर जांच एजेंसियों ने तेजी से पड़ताल शुरू की थी।