
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के लिए अब कम वक्त शेष रह गया है। बुधवार 15 नवंबर को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रचार थम जाएगा। यानी कल शाम 5 बजे के प्रत्याशी प्रचार नहीं कर पाएंगे। चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को घोषित होंगे। चुनाव के लिए सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं चुनाव से महज कुछ घंटे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जोरदार प्रहार किया है। कमलनाथ न्यूज 18 से खास बातचीत करते हुए अखिलेश यादव की पार्टी को वोट देना वोट की बर्बादी बताया है। इतना ही नहीं साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख कांग्रेस पार्टी से समझौता कर जिन सीटों की डिमांड कर रही थी उनकी पार्टी उन विधानसभा सीटों पर भाजपा को मात नहीं दे सकती थी।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसका वीडियो अपने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर कर इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ”वैसे अमीष देवगन I.N.D.I गठबंधन के प्रतिबंधित पत्रकारों में से हैं, लेकिन कमलनाथ ने तय कर लिया है कि मध्य प्रदेश चुनाव में इस तथाकथित सूची के सभी पत्रकारों को साक्षात्कार देंगे।”
अखिलेश यादव की पार्टी को वोट देना वोट की बर्बादी है: कमलनाथ
वैसे अमीष देवगन I.N.D.I गठबंधन के प्रतिबंधित पत्रकारों में से हैं, लेकिन कमलनाथ ने तय कर लिया है कि मध्य प्रदेश चुनाव में इस तथाकथित सूची के सभी पत्रकारों को साक्षात्कार देंगे। pic.twitter.com/LbuEC0PEBB
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 13, 2023
एंकर अमीश देवगन ने कमलनाथ से पूछा अखिलेश यादव कांग्रेस पार्टी के खिलाफ प्रचार कर रहे है और अखिलेश कह रहे है कि कांग्रेस को वोट देना एक तरह का धोखा है। जिस पर कमलनाथ ने कहा, हमारी बातचीत हुई थी सीटों का सवाल नहीं था। हमारा दोनों का लक्ष्य था भाजपा को हराए। जो सीटे वो चाहते थे वहां से भाजपा को हरा नहीं सकते थे। इसलिए ये समझौता नहीं हो पाया। ये चुनाव भाजपा और कांग्रेस का है। कोई अपना वोट समाजवादी पार्टी या दूसरे दलों को देकर बर्बाद नहीं करेगी।
दरअसल, बीते दिनों अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के समक्ष इंडिया गठबंधन द्वारा तय किए गए सिद्धांतों के तहत चुनाव लड़ने की बात कही थी, जिस पर अखिलेश यादव ने आपत्ति जताकर कांग्रेस नेता कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया कि यह गठबंधन सिर्फ और सिर्फ लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसका विधानसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि कमलनाथ की इस आपत्ति से अखिलेश यादव ने नाराज हो गए थे और उन्होंने मीडिया के सामने बाकायदा कांग्रेस के संदर्भ में तीखी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की थी। वहीं, बाद में जब अखिलेश यादव पर मीडिया ने कमलनाथ से सवाल किया तो उन्होंने बेरुखी भरे अंदाज में कहा था कि अजी छोड़िए, अखिलेश, वखिलेश।