वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न को धरातल पर उतारते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी की तस्वीर बदल दी है। पुरातन और आधुनिक संस्कृति को जोड़ते हुए काशी का ऐसा कायाकल्प हुआ की वाराणसी अब अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है। वाराणसी में जी-20 की छह बैठकें होनी हैं, जिसमें विश्व के 20 शक्तिशाली देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए वाराणसी में प्रशासन मिशन मोड में जुटा हुआ है। वाराणसी में जी-20 को लेकर 17 से 19 अप्रैल तक तीन दिवसीय एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की मीटिंग का आयोजन होने जा रहा है।
पूरे विश्व में काशी नगरी सनातन धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के धरोहर के रूप में जानी जाती है। मोदी-योगी सरकार ने काशी में विकास की गंगा ऐसी बहाई है, जिससे इस प्राचीन नगरी का निरंतर चतुर्दिक विकास हो रहा है। आज वाराणसी विकास के मॉडल के रूप में उभरा है। यही कारण है कि ये शहर पर्यटकों की रिकॉर्ड आमद दर्ज कर रहा है। इसके साथ ही अब काशी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए भी पूरी तरह से तैयार है। वाराणसी स्मार्ट सिटी के मुख्य महाप्रबंधक डॉ डी वासुदेवन ने बताया कि जी-20 समिट में अंतरराष्ट्रीय डेलीगेट्स के प्रस्तावित मार्गों जिसमें, लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट, शिवपुर मार्ग, चौकाघाट से पड़ाव और नामोघाट समेत अन्य जगहों पर 30 डबल साइड बैकलिट एलईडी यूनिपोल लगाए जा रहे हैं। ये यूनिपोल जी-20 मेहमानों का ख़ास अंदाज में स्वागत करेंगे।
जी-20 समिट के दौरान वाराणसी को अपनी ब्रांडिंग का एक बेहतर अवसर मिला है। नई काशी को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। जी-20 की वाराणसी में होने वाली बैठकों में दुनिया के आर्थिक महाशक्ति वाले 20 देशों के राजनयिक, ब्यूरोकेट्स और अन्य महत्वपूर्ण डेलीगेट्स काशी आएंगे। जो काशी की विरासत की नई तस्वीर अपने साथ ले जाएंगे। इसका लाभ आने वाले समय में वाराणसी के पर्यटन उद्योग को मिलना तय माना जा रहा है। बता दें कि काशी में जी-20 की 6 बैठकों का आयोजन हो। यूपी के चार शहर जहां जी-20 की बैठकों का आयोजन हो रहा है, उसमें वाराणसी की संख्या सर्वाधिक है। अप्रैल माह में 17 से 19 तारीख तक तीन दिवसीय एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक की मेजबानी काशी करने जा रही है। इसके अलावा जून माह में जी-20 की यूथ ट्वेंटी समिट का आयोजन होगा। वहीं अगस्त माह में चार अलग अलग ग्रुप की मीटिंग भी काशी में आयोजित होगी।