
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से सुर्खियों में रहने वाले वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद पर बीते दिन फैसला आया। कोर्ट ने ज्ञानवापी केस में बड़ा फैसला सुनाते हुए कोर्ट कमिश्नर को हटाने से इंकार कर दिया है साथ ही 17 मई तक सर्वे खत्म करने का आदेश दिया। कोर्ट ने अपने आदेश में ये भी कहा है कि मस्जिद के सर्वे के मामले में यदि कोई बाधा बनता है तो प्रशासन उस पर दण्डात्मक कार्रवाई करे। मामले पर कोर्ट के फैसले पर अब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Uttar Pradesh Deputy CM Keshav Prasad Maurya) का बयान सामने आया है।
बता दें, कल यानी गुरुवार को केशव प्रसाद मौर्य मेरठ पहुंचे। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार बीजेपी की सरकार बनने के बाद मौर्य का ये पहला मेरठ दौरा था। यहां मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण और खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के खत्म होने के बाद मौर्य ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत भी की।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर कही ये बात
यूपी एसआई भर्ती के सवाल पर मौर्य ने कहा कि सरकार की तरफ से इसे लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं, बीते दिन आए ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट के आदेश पर मौर्य ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सर्वे होना चाहिए लेकिन इस मामले में बयानबाजी नहीं की जानी चाहिए।
पिछले कार्यकाल से होगी तुलना- मौर्य
मीडिया से रूबरू होते हुए डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि, ‘2017 से 2022 तक का प्रदेश सरकार का कार्यकाल शानदार रहा है। पिछले पांच साल के कार्यकाल की प्रतियोगिता 2022 से 2027 तक के कार्यकाल से होगी। इसके अलावा प्रदेश भर में 6 हजार अमृत सरोवर बनाने की कार्ययोजना है जिसमें मेरठ में 75 अमृत सरोवर बनाए जाएंगे। मेरठ में मनरेगा में बढ़ रही समस्याओं के मसले पर उन्होने सिर्फ इतना ही कहा कि सभी समस्याएं जल्द दूर हो जाएंगी।’