नई दिल्ली। प्रचंड गर्मी पड़ रही है। जाहिर है कि इस गर्मी के कारण हम सभी को प्यास भी खूब लगती है। थोड़ी-थोड़ी देर में सूखती जुबान और गले को तर करने के लिए पानी पीना पड़ता है। पानी न पीने पर हीटवेव यानी लू लग सकती है और डिहाइड्रेशन के कारण जान पर भी संकट आ सकता है, लेकिन हमें गर्मी में कितना पानी पीना चाहिए? जी हां। ये अहम सवाल है, क्योंकि ज्यादा पानी पीने से भी शरीर को नुकसान होता है।
गर्मी के मौसम में सभी को 2 से 2.5 लीटर तक पानी पीना चाहिए। 3 लीटर तक भी पानी पीया जा सकता है। इतना पानी आपको गर्मी के मौसम में पूरी तरह हाइड्रेट रखेगा। इससे हीटवेव से भी बचे रहेंगे और किडनी में स्टोन समेत तमाम बीमारियों से भी रक्षा होगी। गर्मी में लगातार पानी पीने से पेशाब के साथ खूब पसीना भी निकलता है। पसीना निकलने पर गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान मेंटेन रहता है। पानी पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा सही रहने के साथ ही टिश्यू भी स्वस्थ रहते हैं। पानी पीने से खून का दौरा भी ठीक रहता है।
अब आपको बताते हैं कि ज्यादा पानी भी क्यों नहीं पीना चाहिए। ज्यादा पानी पीने से शरीर में सोडियम की कमी हो सकती है। सोडियम की कमी सेहत के लिए बहुत खतरनाक भी हो सकती है। खासकर अगर किसी को हार्ट, लिवर या किडनी से जुड़ी बीमारी है, तो उसे ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए। ज्यादा पानी पीने से सिरदर्द भी हो सकता है। मांसपेशी में कमजोरी, उलझन, ब्लड प्रेशर ज्यादा हो जाना भी शरीर में ज्यादा पानी के लक्षण हैं। दोहरी दृष्टि और सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। इसलिए पानी जरूर पीएं, लेकिन इसकी मात्रा जरूरत से ज्यादा कतई न रखें।