नई दिल्ली। कांग्रेस समेत विपक्षी दल जहां भी चुनावों में बीजेपी से मुकाबला कर हारते हैं, वहां वे ईवीएम में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद तो ये आरोप भी लगे कि जिन ईवीएम में 90 फीसदी बैटरी थी, उनमें बीजेपी जीती। अब कांग्रेस के सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम का बयान ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को करारा जवाब जैसा है। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने ईवीएम पर उठाए जाने वाले सवालों पर कहा कि वो 2004 से चुनाव लड़ रहे हैं और ईवीएम से निजी तौर पर कोई खराब अनुभव नहीं हुआ है। कार्ति चिदंबरम ने ये भी कहा कि उनके पास ऐसे कोई सबूत नहीं हैं कि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ या हेराफेरी की गई।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर दूसरे ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं, तो इस बारे में वे ही कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि निजी तौर पर मानते हैं कि ईवीएम प्रभावी हैं। कार्ति चिदंबरम ने कहा कि हम ईवीएम से ही चुनाव जीतते और हारते हैं। कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब तक कोई वास्तविक वैज्ञानिक तथ्यों के साथ साबित नहीं करता कि ईवीएम में हेराफेरी की गई, वो इस बारे में नजरिया नहीं बदलेंगे। कार्ति चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस में भी ईवीएम के बारे में कई लोगों का अपना नजरिया है और इस बारे में वे ही स्पष्ट तौर पर व्याख्या कर सकते हैं। बता दें कि इस बार महाराष्ट्र के चुनाव में भी ईवीएम में गड़बड़ी किए जाने के आरोप उद्धव ठाकरे की पार्टी के सांसद संजय राउत और एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे स्वरा भास्कर के पति ने लगाया है। स्वरा भास्कर ने भी ईवीएम में 99 फीसदी बैटरी होने के मुद्दे को उठाया था।
#WATCH | Delhi: On EVMs, Congress MP Karti Chidambaram says, “…I have been participating in elections using EVMs since 2004. I have personally had no bad experience. Nor do I have any evidence to prove that there has been any kind of manipulation or tampering. If others have… pic.twitter.com/Y6b6cLb1Rn
— ANI (@ANI) November 25, 2024
जब भी कांग्रेस और विपक्षी दल ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हैं, तब बीजेपी कहती है कि अगर ऐसा होता तो विपक्ष की सरकारें देश में होती ही नहीं। वहीं, चुनाव आयोग कई बार कह चुका है कि ईवीएम में गड़बड़ी करना संभव नहीं है। चुनाव आयोग ने एक बार सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को मौका भी दिया था कि वे ईवीएम में गड़बड़ी साबित करके दिखाएं। बैटरी के 99 फीसदी होने के बारे में लगने वाले आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ये भी कह चुके हैं कि ईवीएम की बैटरी पर भी प्रत्याशियों के एजेंट्स के दस्तखत लिए जाते हैं।