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Mohan Bhagwat On RSS Vijaya Dashami Programme: ‘दुनिया में ऐसी ताकतें जो नहीं चाहतीं कि भारत आगे बढ़े…हिंदू समझें कि कमजोर होना अपराध…’, विजयादशमी पर शस्त्र पूजा के बाद बोले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत

Mohan Bhagwat On RSS Vijaya Dashami Programme: मोहन भागवत ने कहा कि पहली बार हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे, लेकिन जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रवृत्ति रहेगी उस वक्त तक न सिर्फ हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे।

नागपुर। आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया है। मोहन भागवत ने कहा है कि दुनिया में ऐसी ताकतें भी हैं, जो नहीं चाहतीं कि भारत आगे बढ़े। विजयादशमी के अवसर पर शनिवार को नागपुर में शस्त्र पूजा करने के बाद आरएस प्रमुख ने ये बात कही। मोहन भागवत ने कहा कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध से सभी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि इन सबके बीच भारत इसलिए आगे बढ़ रहा है, क्योंकि हम सबकी मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुश्मनों की भी जरूरत पड़ने पर मदद करता है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि दुनिया के देशों में ऐसा स्वभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने देश के भविष्य के लिए अच्छे लक्षण हैं। उन्होंने देशविरोधी गतिविधियों के बारे में भी अहम बात कही। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा था कि वो जिम्मेदारी से कह रहे हैं कि भारत विरोधी ताकतों से कांग्रेस मिली हुई है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पड़ोसी बांग्लादेश में जो हुआ, उसके कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं। उस अराजकता के कारण हिंदुओं पर अत्याचार की परंपरा वहां दोहराई गई। मोहन भागवत ने कहा कि पहली बार हिंदू एकजुट हुए और अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे, लेकिन जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की यह कट्टरपंथी प्रवृत्ति रहेगी उस वक्त तक न सिर्फ हिंदू, बल्कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में होंगे। उन्हें पूरी दुनिया के हिंदुओं से मदद की जरूरत है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत सरकार उनकी मदद करे। कमजोर होना अपराध है। मोहन भागवत ने कहा कि अगर हम कमजोर हैं, तो हम अत्याचार को न्योता दे रहे हैं। उन्होंने हर जगह एकजुट और सशक्त होने पर जोर दिया।

इस बार आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम की खास बात ये है कि संघ की स्थापना के 99 साल भी पूरे हो गए हैं। इस बार विजयादशमी कार्यक्रम में आरएसएस ने इसरो के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन को मुख्य अतिथि के तौर पर न्योता दिया था। राधाकृष्णन ने आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए संघ की तारीफ में कई बातें कहीं। उन्होंने इस मौके पर अंतरिक्ष के क्षेत्र की उपलब्धियों की भी चर्चा की।