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Manish Sisodia resign: प्री-प्लान था सिसोदिया का इस्तीफा, लेकिन..? जानें, क्यों पूर्व डिप्टी सीएम के रिजाइन पर उठे सवाल

Manish Sisodia resign: दरअसल, बीते रविवार को आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई  ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद राउज एवेन्यू के एमके नागपाल की कोर्ट में पेश किया गया । जहां  ले पांच दिनों यानी की चार मार्च तक  के लिए रिमांड पर भेज दिया गया। इस बीच सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट  में चुनौती दी।

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने के बाद केजरीवाल के दोनों मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने इस्तीफा दे दिया है। सिसोदिया नई आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई रिमांड पर हैं, तो वहीं सत्येंद्र जैन पिछले नौ महीनों से तिहाड़ जेल में हैं। बीजेपी पिछले कई महीनों से केजरीवाल सरकार से जैन का इस्तीफा मांग कर रही थी। लेकिन, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अपने नेताओं को बचाने में केजरीवाल सरकार ने कोशिश तो पूरी की, लेकिन जब सिसोदिया का नाम आया तो तो सरकार को अपने दोनों ही मंत्रियों का इस्तीफा लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें कि सिसोदिया के पास कुल 18 मंत्रालय थे। उन्हें दिल्ली का बजट भी पेश करना था। इसके अलावा जी-20 की बैठक की तैयारी की जिम्मेदारी भी लोक निर्माण के पास ही थी और वर्तमान में इस विभाग की जिम्मेदारी सिसोदिया के पास है। लेकिन, अब सवाल यह है कि आखिर सिसोदिया के इस्तीफे के बाद इन सभी मंत्रालयों की जिम्मेदारी कौन संभालेगा। जिसे लेकर अब बड़ी जानकारी प्रकाश में आई है।

दरअसल, खबर है कि सिसोदिया के पास मौजूद कुछ मंत्रालयों की जिम्मेदारी परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को दी जा सकती है। ध्यान रहे कि गहलोत पर भी बस खरीद में घोटाले के आरोप लग चुके हैं। वहीं, आप के दोनों नेताओं के इस्तीफे के बाद बीजेपी आप पर हमलावर हो चुकी है। बीजेपी का दावा है कि दोनों इस्तीफों के बाद अब आप सरकार बैकफूट पर आ चुकी है। जिसे लेकर अभी दोनों दलों के बीच जुबानी जंग जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि सिसोदिया के इस्तीफे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। दरअसल, कहा जा रहा है कि सिसोदिया का इस्तीफा सुनियोजित था, लेकिन यहां सवाल है कि अगर सिसोदिया का इस्तीफा पूर्वनियोजित था, तो फिर इसे सार्वजनिक करने में विलंब क्यों किया गया? हम आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे, लेकिन आगे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर सिसोदिया  के इस्तीफे को लेकर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं? आइए इसे ऐसे समझते हैं।

supreme court and manish sisodia

दरअसल, सिसोदिया के इस्तीफे में तारीख नहीं दी गई है। आमतौर पर जब कोई भी मंत्री किसी पद से इस्तीफा देता है, तो जिस दिन वो इस्तीफा देता है, उस दिन की तारीख उसमें दर्ज होती है, लेकिन सिसोदिया के इस्तीफे में कोई तारीख दर्ज नहीं है, जिसे लेकर बीजेपी सवाल उठा रही है और सियासी गलियारों में एक धड़ा यह कहने में गुरेज नहीं कर रहा है कि आप नेता का यह इस्तीफा पूर्व नियोजित था। जिस पर आम आदमी पार्टी ने क्या कहा है। आइए आपको बताते हैं।

बता दें कि आप की तरफ से राघव चड्ढा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बीजेपी बेवजह इसे तूल दे रही है। आप नेता ने कहा कि बीजेपी ने साजिशन सिसोदिया को फंसाया है। अभी हम यह लड़ाई लड़ेंगे। पूरे मामले को लेकर हाईकोर्ट जाएंगे और हमें पूरा विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा। ध्यान रहे कि आज सिसोदिया की गिरफ्तारी के मामले को  लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट ने आप नेता की अर्जी खारिज कर दी और पहले हाईकोर्ट ने जाने को कहा। यहां तक की सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया से कहा कि पहले आपको इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाना चाहिए था। लेकिन, आप पहले ही सुप्रीम कोर्ट आ गए।  वहीं, अब  इस मामले से जुड़े दूसरे पहलुओं के बारे में विस्तार समझते हैं कि आखिर क्यों सिसोदिया के इस्तीफे को सवालों के चश्मे से देखा जा रहा है।

दरअसल, बीते रविवार को आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें पांच दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। इस बीच सिसोदिया ने गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। लेकिन कोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिली।  इसके विपरीत कोर्ट ने आप नेता को हाईकोर्ट जाने की हिदायत दे दी है। जिसे  सिसोदिया के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है। वहीं, कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की योजना थी कि अगर सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई, तो वो यथावत दिल्ली सरकार के मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दिल्ली हाईकोर्ट जाने की हिदायत दे दी। ऐसे  में अब केजरीवाल सरकार ने कामकाज प्रभावित ना हो, जिसे देखते हुए सिसोदिया का इस्तीफा ले लिया। बहरहाल, अब आगामी दिनों में सिसोदिया खुद को बचाने की दिशा में क्या कुछ कदम उठाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।