newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Kumari Selja On Haryana CM Post: हरियाणा के सीएम पद की रेस से नहीं हटने जा रहीं कुमारी सैलजा!, एक्जिट पोल नतीजों में कांग्रेस की संभावित जीत दिखने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम तक नहीं लिया

Kumari Selja On Haryana CM Post: हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने एक बार फिर सीएम पद पर अपनी दावेदारी को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने सीएम पद के लिए रेस में बने होने के संकेत दिए। साथ ही संभावित जीत का सेहरा भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर नहीं बांधा।

नई दिल्ली। एक्जिट पोल के नतीजों में हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया गया है। इसी के साथ हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने एक बार फिर सीएम पद पर अपनी दावेदारी को लेकर अहम बयान दिया है। खास बात ये भी है कि कुमारी सैलजा ने कांग्रेस के पक्ष में एक्जिट पोल नतीजों और कांग्रेस की संभावित जीत में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की भूमिका भी सीधे नकार दिया। तो पहले आपको बताते हैं कि हरियाणा के सीएम पद पर अपनी दावेदारी के बारे में कुमारी सैलजा ने क्या कहा।

कुमारी सैलजा ने हरियाणा के एक्जिट पोल नतीजों के बाद चैनल एबीपी न्यूज से कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनी, तो सीएम पद के लिए उनका नाम भी आ सकता है। कुमारी सैलजा ने इस बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव आता है। फिर नाम कांग्रेस हाईकमान को भेजा जाता है। कांग्रेस हाईकमान ही सीएम तय करता है। कांग्रेस की यही परंपरा है। यानी कुमारी सैलजा अब भी हरियाणा के सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी से इनकार नहीं कर रहीं। वहीं, कुमारी सैलजा ने हरियाणा में कांग्रेस की संभावित जीत का सेहरा भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर नहीं बांधा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में राहुल गांधी ने बहुत मेहनत की है। इसके अलावा बीजेपी की 10 साल की सरकार की एंटी इन्कम्बेंसी रही। इसके अलावा सैलजा का कहना था कि जमीनी कार्यकर्ताओं ने जमकर मेहनत की।

बता दें कि कुमारी सैलजा और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच तनातनी की खबरें लगातार आती रही हैं। कुमारी सैलजा ने बीते दिनों एक इंटरव्यू में ये तक कहा था कि उन्हें याद नहीं कि आखिरी बार भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनकी कब बात हुई थी। सैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच इस तनातनी को राहुल गांधी ने अपनी जनसभा में खत्म कराने की भी कोशिश की। जब उन्होंने साथ मौजूद दोनों नेताओं के हाथ मिलवाए थे। खास बात ये है कि कुमारी सैलजा ने हरियाणा का विधानसभा चुनाव भी लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने उनको टिकट देने से मना कर दिया था। अब सबकी नजर इस पर है कि अगर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाने में सफल होती है, तो सीएम बनने का कुमारी सैलजा का ख्वाब पूरा होता है या नहीं।