नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी सियासी पार्टियां यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने के लिए हरममुकिन प्रयास कर रही है। साथ ही यूपी में अपनी पार्टी के नाम का विजय पताका फहराए जाए। इस जिद्दोदत में लगी हुई है। वहीं पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Case) विपक्षी दलों के लिए सियासत का अखाड़ा बना हुआ है। यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी, कांग्रेस समेत कई दल इस मुद्दों को लगातार भुनने की कोशिश कर रहे हैं। लखीमपुर हिंसा को लेकर सभी दल योगी सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं। अब लखीमपुर खीरी मामले पर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गौरतलब है कि लखीमपुर के तिकुनिया में हुई हिंसा में 4 किसान समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद जमकर बवाल देखने को मिला था।
दरअसल लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) की गाड़ी से कुचलकर 4 किसानों की मौत के बाद भड़की हिंसा में थार जीप के ड्राइवर, 2 बीजेपी कार्यकर्ता और एक स्थानीय पत्रकार की पीट-पीटकर हत्या के मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपित लखीमपुर खीरी जिले के ही रहने वाले हैं।
मंगलवार को मामले की जांच कर SIT ने वीडियो, फोटो और ऑडियो के आधार पर गुरविंदर सिंह उर्फ गिंदा व विचित्तर सिंह को दर दबोचा है। खबरों के अनुसार, दोनों गिरफ्तारी भाजपा नेता सुमित जायसवाल की ओर से दर्ज दूसरी एफआईआर के आधार पर की गई है।